अयोध्या: सरयू खतरे के निशान से ऊपर, उफनाई नदी से निचले इलाकों में हालात खराब
अयोध्या में सरयू का पानी खतरे के निशान को पार कर गया है. हालात ये है कि तमाम निचले इलाकों में पानी भर गया है और यहां के निवासियों का जीवन दुश्वार हो गया है. कई कॉलोनियां टापू बन चुकी हैं.

अयोध्या. यूपी और केंद्र सरकार दोनों के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट रही अयोध्या में इन दिनों बाढ़ और बारिश के पानी के चलते निचले इलाकों में रहने वाले ग्रामीण जिंदगी की जद्दोजहद कर रहे हैं. अयोध्या में सरयू खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, यही कारण है कि अयोध्या के निचले इलाकों में बसे क्षेत्रों में पानी भर गया है और वहां रहने वाले लोगों के सामने कई तरह की दुश्वारियां खड़ी हो गयी हैं. आलम यह है कि सरयू किनारे बना शमशान घाट पूरी तरह डूब गया है और वहां स्थित लकड़ी और अन्य सामग्रियों की दुकानें भी सरयू की चपेट में आ गयी है, जिससे मोक्ष की कामना लिए अपने प्रियजन का अंतिम संस्कार करने अयोध्या आ रहे लोग बैरंग वापस लौट रहे हैं.
सरयू का जलस्तर लगातार नापा जा रहा है. केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारी 24 घंटे में चार बार नदी का जलस्तर लिख रहे हैं और नदी आगे कितनी बढ़ेगी इसकी संभावना भी बता रहे हैं. सरयू नदी के जल स्तर की रिपोर्ट जिला प्रशासन को भी भेजी जा रही है, जिससे समय रहते आवश्यक कदम उठाए जा सकें. खतरे के निशान से ऊपर बह रही सरयू अब डेंजर लाइन को 75 सेंटीमीटर ऊपर पार कर चुकी है और अगर सरयू के बढ़ने की रफ्तार यही रही तो अयोध्या में आम जनमानस के लिए भी संकट खड़ा हो जाएगा. ऐसे हालात में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं का सरयू में डुबकी तो दूर बल्कि निचले इलाकों में बने मंदिरों में पूजा-पाठ और भोग प्रसाद की समस्या भी खड़ी हो जाएगी.

केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारी ने बताया कि सरयू नदी इस समय खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. पहाड़ों पर बारिश होने के कारण यहां पर जो जल स्तर बढ़ा है, उसके कारण निचले इलाकों में नदी धीरे-धीरे उफान पर आई है. प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है और प्रशासन आम जनता की मदद कर रहा है.
कुछ यही हाल, सरयू के किनारे बसी कॉलोनियों का भी है जहां पानी इस तरह भरा दिखाई दे रहा है, जैसे तालाब में लोगों ने अपने घर बना लिए हों. यही कारण है कि लोगों को घर से बाहर निकलने में भी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है और हर कोई प्रशासन की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रहा है लेकिन अभी तक तो इन सभी को निराशा ही हाथ लगी है.
बाढ़ पीड़ित अवधेश सिंह ने बताया कि सब जल मग्न है, यह सरयू नगर कॉलोनी है और पूरी तरह जलमग्न है. कोई अभी तक देखने नहीं आया है. श्मशान घाट है, वह पूरी तरह डूब गया है. पानी और बढ़ गया तो इस कॉलोनी के सभी लोग अपना घर छोड़कर चले जाने को मजबूर होंगे. हमने लेखपाल व अन्य अधिकारियों को फोन किया लेकिन कोई देखने नहीं आया.
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