Rudraprayag Weather: मॉनसून से पहले केदारनाथ यात्रा पर मौसम की मार, नदियों का जलस्तर बढ़ने से घाट हुए जलमग्न
Weather Update: बारिश होने से पहले अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ गया है. रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी विकराल रूप धारण किए हुए है. नदी किनारे स्थित सभी घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गये हैं.

Uttarakhand Weather News: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में दो दिनों से मौसम लगातार खराब है. मौसम का असर यात्रा पर भी पड़ रहा है. केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों की संख्या में बेहद गिरावट आई है. दो दिनों से धुंध छाने के चलते हेली सेवाएं भी उड़ान नहीं भर पाई हैं. घोड़े-खच्चर भी धाम से वापस लौट रहे हैं. निचले क्षेत्रों में नदियों का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है. रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) में अलकनंदा (Alaknanda) नदी लगभग पन्द्रह मीटर दूर तक फैलकर बह रही है. प्रशासन ने नदी किनारे जाने पर रोक लगा दी है. पहाड़ों में मॉनसून सीजन की बारिश (Monsoon Seaon Rain) का इंतजार है.
बारिश से पहले उफान पर अलकनंदा और मंदाकिनी नदी
बारिश होने से पहले अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ गया है. रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी विकराल रूप धारण किए हुए है. नदी किनारे स्थित सभी घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गये हैं. नदी किनारे जाने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. खराब मौसम की मार केदारनाथ धाम पर पड़ रही है. तीर्थ यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है. रोजाना पहुंचनेवाले 12 हजार के मुकाबले यात्रियों की संख्या आठ हजार पर आ गई है.

केदारनाथ यात्रा पर भी पड़ रहा है मौसम का बुरा असर
केदारनाथ धाम से हेली सेवाएं भी अब वापस जाने लगी हैं. अब तक आठ हेली सेवाओं की उड़ान बंद हो गई है. खराब मौसम बरकरार रहने पर चार अन्य भी हेली सेवाएं जल्द वापस चली जाएंगी. धाम के लिये संचालित होने वाले घोड़े-खच्चर भी वापस जा रहे हैं. पांच हजार घोड़े-खच्चर में से लगभग दो हजार वापस जा चुके हैं. केदारनाथ धाम में धुंध छाए रहने के कारण दो दिनों से हेली सेवाओं ने उड़ान नहीं भरी है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























