गोविंदघाट में लोक निर्माण विभाग ने बनाया अस्थायी पुल, ग्रामीणों ने जताया सीएम धामी का आभार
Uttarakhand News: गोविंदघाट में चट्टान टूटने से ध्वस्त हुए पुल के बाद लोक निर्माण विभाग ने अलकनंदा नदी पर अस्थाई पुल तैयार कर दिया है. पुल के निर्माण से स्थानीय लोगों ने सीएम धामी का आभार जताया.

Gobindghat bridge News: गोविंदघाट में चट्टान टूटने से ध्वस्त हुए पुल के बाद अब स्थानीय लोगों को राहत मिल गई है. लोनिवि (लोक निर्माण विभाग) ने अलकनंदा नदी पर अस्थाई पुल तैयार कर दिया है, जिससे पुलना गांव, हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी का संपर्क फिर से बहाल हो गया है. शुक्रवार देर शाम से इस पुल पर आवाजाही शुरू हो गई.
बीते मंगलवार को गोविंदघाट में एक बड़ी चट्टान गिरने से मोटर पुल पूरी तरह टूट गया था और नदी में समा गया था. इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी. पुल ध्वस्त होने से पुलना गांव समेत हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी जाने वाले मार्ग का संपर्क पूरी तरह कट गया था. इस स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तत्काल जिलाधिकारी और लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द अस्थाई पुल बनाया जाए, ताकि स्थानीय लोगों को राहत मिल सके.
जिलाधिकारी ने क्या बोला?
मुख्यमंत्री धामी की तत्परता और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई का ही नतीजा है कि महज तीन दिनों के भीतर अस्थाई पुल बनकर तैयार हो गया. अब ग्रामीणों को टिन और लकड़ी के अस्थायी साधनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और वे सुरक्षित आवाजाही कर सकेंगे.
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि दुर्घटना के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए लोनिवि को निर्देश दिए गए थे. विभाग ने तेजी से काम करते हुए शुक्रवार तक पुल का निर्माण पूरा कर लिया. इस अस्थाई पुल से फिलहाल लोगों को पैदल आवाजाही में कोई दिक्कत नहीं होगी. ग्रामीणों और यात्रियों ने सरकार और प्रशासन का आभार जताया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यह पुल समय पर नहीं बनता, तो आने वाले महीनों में यात्रा सीजन के दौरान बड़ी मुश्किलें हो सकती थीं
ग्रामीणों ने सीएम धामी का आभार जताया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए स्थायी समाधान के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. सरकार जल्द ही इस मार्ग पर नया मजबूत पुल बनाने की योजना पर काम शुरू करेगी, ताकि भविष्य में इस तरह की समस्या न आए. लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में प्रदेश में आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है. उनकी सक्रियता के कारण ही गोविंदघाट में अस्थाई पुल इतनी जल्दी बन पाया, जिससे ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है.
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Source: IOCL





















