पहलगाम हमले पर फूटा धर्मगुरु देवकीनंदन महाराज का गुस्सा, कहा- अभी नहीं तो कभी नहीं...
Pahalgam News: देवकीनंदन महाराज सरीखे धर्मगुरुओं की ओर से आई तीखी प्रतिक्रिया यह संकेत देती है कि अब देश मौन नहीं रहेगा, जवाब देगा.

Pahalgam News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. इस बीच धर्मगुरु देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने मथुरा में इस हमले की तीखी निंदा करते हुए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं कि “आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता”, उन्हें आखिर इतनी हिम्मत कहां से मिलती है? जबकि पहलगाम में धर्म पूछ-पूछकर हिंदुओं को निशाना बनाया गया.
उन्होंने कहा, “जब आतंकवादी नाम पूछकर हिंदुओं को गोली मारते हैं, तो फिर कैसे कह सकते हैं कि यह इस्लामिक आतंकवाद नहीं है?” उन्होंने जोर देकर कहा कि सनातनी ही बार-बार भाईचारे की भेंट चढ़ते हैं, और अब यह सहनशीलता अपनी सीमा पार कर चुकी है.
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“बहुत सह लिया, अब नहीं सहना,” कहते हुए देवकीनंदन महाराज ने सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, “जो लोग गोली की भाषा समझते हैं, उन्हें बोली नहीं, गोली की भाषा में ही जवाब देना चाहिए.” उन्होंने केंद्र सरकार से पाकिस्तान को सबक सिखाने और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की बात कही.
'सरकार को इस बार ऐसा जवाब देना होगा कि...'
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में आतंकियों ने टूरिस्ट को निशाना बनाया था, जिसमें कई हिंदू श्रद्धालु मारे गए . प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकियों ने टूरिस्ट की पहचान पूछकर हमला किया, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हो गए. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कश्मीर में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही थी और अमरनाथ यात्रा की तैयारियां भी चल रही थीं.
इस हमले के बाद देशभर में रोष और भय का माहौल है. जहां एक तरफ विपक्ष सरकार पर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहा है, वहीं संत समाज और राष्ट्रवादी संगठनों की तरफ से कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है.
देवकीनंदन महाराज ने साफ कहा, “अभी नहीं तो कभी नहीं. सरकार को इस बार ऐसा जवाब देना होगा, जिससे आगे कोई भी भारत की धरती पर इस तरह की हिमाकत न कर सके.”
पहलगाम हमले के बाद धार्मिक नेताओं की प्रतिक्रियाएं बताती हैं कि अब देश का मनोबल टूटने की बजाय दृढ़ हो रहा है. हर वर्ग से आतंकवाद के खिलाफ एक सुर में आवाजें उठ रही हैं.
Source: IOCL
























