Noida News: नोएडा में मंदिर में चढ़ाए जाने वाले फूलों से बनाई जाएगी अगरबत्ती, जानिए- क्या है खास प्लान
Noida के मंदिरों में देवी-देवताओं पर चढ़ानें वाले फूलों से अब अगरबत्ती बनेगी. फूलों से अगरबत्ती बनाने का यह खास प्लान नोएडा प्राधिकरण ने बनाया है.

Agarbatti Made From Flowers in Noida: नोएडा (Noida) के मंदिर (Temple) में देवी-देवताओं पर चढ़ाने वाले फूलों (Flowers) को जहां पहले फेंक दिया जाता था या वो इस्तेमाल में नहीं आते थे वहीं अब उन फूलों का इस्तमेला करके एक खास चीज बनाई जाएगी, जिसका इस्तेमाल भी पूजा के लिए ही किया जाएगा. अब तक आप भी कई बार मंदिर गए होंगे तो मन में खयाल जरूर आया होगा कि आप को ये फूल चढ़ा रहे है वो बाद में कहा जाएगा. अक्सर इन फूलों को कचरे में डाल दिया जाता है. जिसको लेकर नोएडा में बीते लंबे समय से मंदिर से जुड़ी समितियां यह मांग कर रही थी की मंदिरों के फूलों कि कुछ व्यवस्था की जाए और वो कचरे में न मिले. जिसको देखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने फूलों से अगरबत्ती बनाने की खास योजना बनाई है जिसपर अभी काम किया जा रहा है.
क्या है फूल से अगरबत्ती बनाने का प्लान
दरअसल नोएडा प्राधिकरण के प्लान के मुताबिक शहर के मंदिरों से निकलने वाले फूल और पूजा से जुड़ी दूसरी सामग्री को लेने के लिए अलग से गाड़ियों कि सुविधा शुरू की जाएगी, इन गाड़ियों का काम होगा नोएडा के 33 मंदिरों से फूल और पूजा से जुड़े समान को इकट्ठा करना.
इसके लिए प्राधिकरण ने मंदिरों की लिस्ट तैयार की है.इस गाड़ियों में से जो फूल निकलेगा उसे सेक्टर-34 में नारी निकेतन के पास इकट्ठा किया जाएगा. पहले फूल और बाकी समान की प्रोससिंग होगी. उसमे से जो अगरबत्ती बनाने के लिए ठीक होगा उसका इस्तेमाल करके अगरबत्ती बनाई जाएगी. वहीं जो समान ठीक नही होगा उससे खाद्य के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
नोएडा प्राधिकरण ने बनाई खास योजना
नोएडा प्राधिकरण के पीजीएम राजीव त्यागी ने इसको लेकर बताया कि मंदिर के फूलों का और बाकी पूजा सामग्री का क्या किया जाए यह हमेशा से लोगों के लिए चिंता का विषय रहा है. क्योंकि मंदिर लोगों की आस्था से जुड़ा है. ऐसे में लागतार मंदिर समितियों की भी काफी समय से मांग थी की वो सामान्य तरह से मंदिर के फूलों को नहीं फेंकना चाहते है जिसको लेकर यह योजना बनाई गई इससे कचरे का निस्तारण होगा. बता दें कि सावन के महीने में खास तौर पर मंदिरों में काफी फूल और पूजा सामग्री चढ़ाई जाती है. इसको लेकर मंदिर समितियों का कहना है कि इस योजना से मंदिरों को काफी मदद होगी क्योंकि पूजा सामग्री का निस्तारण उनके लिए चिंता का विषय रहता था लेकिन अब इस योजना से उन्हें काफी राहत मिलेगी.
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Source: IOCL





















