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UP: कोरोना से मौत के 2 महीने बाद हेल्पलाइन से आया फोन, पूछा कैसा है मरीज का हाल
यूपी में बीते कुछ दिनों में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ऐसे कई लोगों को कॉल की गई जिन्हें कोरोना संक्रमण हुआ था. मरीज को ठीक हुए या उसकी मौत हुए दो महीने हो गए हैं और स्वास्थ्य विभाग की टीम अब फोन करके उनके बारे में पूछताछ कर रही है. इस लापरवाही को लेकर लोगों में नाराजगी दिख रही है.
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लखनऊ: राजधानी की स्वास्थ्य सेवाएं राम भरोसे हैं. कोरोना से संक्रमित मरीजों को कॉल करके हाल पूछने और रिपोर्ट बनाने वालों का हाल और भी बुरा है. मरीज को ठीक हुए या उसकी मौत हुए दो महीने हो गए और स्वास्थ्य विभाग की टीम अब फोन करके उनके बारे में पूछताछ कर रही है. इस लापरवाही से कोरोना संक्रमितों के परिवार के सदस्य इतने नाराज हैं कि कई बार उन्होंने बात करने से ही इनकार कर दिया और कॉल डिस्कनेक्ट कर दी. स्वास्थ्य कर्मियों की इस लापरवाही को आला अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है.
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से की गई कॉल
दरअसल, बीते कुछ दिनों में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ऐसे कई लोगों को कॉल की गई जिन्हें कोरोना संक्रमण हुआ था. गोमतीनगर निवासी और बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक रहे डॉ डीपी मिश्रा की पत्नी कुमुद मिश्रा अप्रैल में कोविड पॉजिटिव हुईं और 27 अप्रैल को उनका निधन हो गया था.
डेढ़ महीने बाद स्वास्थ विभाग को आई याद
कोविन पोर्टल पर कुमुद की पॉजिटिव रिपोर्ट अपलोड होने के करीब डेढ़ महीने बाद स्वास्थ विभाग को उनकी याद आई और उनके बारे में फोन करके जानकारी ली गई. इस पर डॉ मिश्रा ने फोन करने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को जमकर लताड़ा. इसी तरह अप्रैल के आखिरी सप्ताह में ही आशियाना की सरिता द्विवेदी कोरोना पॉजिटिव हुईं थीं. उनकी भी रिपोर्ट कोविन पोर्टल पर अपलोड की गई. बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने उनके नंबर पर कॉल करके हालचाल पूछा तो पता चला सरिता की मौत हो चुकी है. कई ऐसे मरीजों को भी डेढ़ से दो महीने बाद कॉल की गई जो स्वस्थ्य हो चुके थे या अस्पताल से अपने घर जा चुके थे.
पोस्ट कोविड समस्याओं की जानकारी के लिए कॉल की जा रही है
स्वस्थ्य हो चुके मरीजों के परिजनों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग मरीजों का डाटा अपडेट नहीं कर रहा जिससे ये समस्या आ रही है. जब कोविड संक्रमण हुआ था, तब किसी ने फोन करके हाल नहीं पूछा. स्वस्थ्य होने या मरीजों की मौत होने के बाद कॉल्स आ रही हैं. उधर, सीएमओ डॉ संजय भटनागर का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मरीजों की पोस्ट कोविड समस्याओं की जानकारी के लिए कॉल की जा रही हैं. ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे कोरोना संक्रमित रहे लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत आने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा सके.
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