एक्सप्लोरर
Advertisement
Lalitpur News: 'हर घर नल योजना' से ललितपुर के 560 गांवों को मिलेगा पानी, खर्च होंगे 1345 करोड़ रुपये
यूपी के ललितपुर में हर घर नल योजना से गांवों में पीने का पानी पहुंचाया जाएगा. इसके लिए 560 गांवों को चिह्नित किया गया है. घरों तक पानी 15 ग्राम सभा के तहत पहुंचाया जाएगा.
UP News: केंद्र एवं प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी 'हर घर नल योजना' (Har Ghar Nal Yojana) से ललितपुर जनपद (Lalitpur District) के 560 गांवों के घर को पाइप लाइन से पेयजल (Drinking Water) उपलब्ध होगा. इस योजना के तहत जनपद में 1345 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इन गांवों को 15 ग्राम समूह के अंतर्गत पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा. प्रत्येक ग्राम समूह में लगभग 60 से 65 गांव को रखा गया है. इस योजना के तहत ग्राम समूह में वेल, ओवरहेड टैंक और 15 संयंत्र स्थापित किया जाएगा.
17 बांध वाले जिले में पेयजल की समस्या
ललितपुर के कचरोदा ग्राम समूह पेयजल योजना के अंतर्गत लगभग 60 गांव को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा, वही इस संयंत्र से लगभग 25 हजार घरों में नल लगाए जाएंगे. कचरोदा ग्राम समूह योजना में लगभग 175 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. जनपद ललितपुर को सबसे अधिक बांधों वाला शहर कहा जाता है. यहां लगभग 17 बांध हैं लेकिन फिर भी यहां के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा था. इस योजना के लाभार्थियों से जब इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह अच्छी योजना है और इस योजना से हमें शुद्ध पेयजल प्राप्त होगा. साथ ही अब हमें पानी के लिए हैंडपंप और कुओं पर नहीं जाना पड़ेगा.
उधर, 'हर घर नल योजना' नमामि गंगे के नोडल अधिकारी लवकुश त्रिपाठी ने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत ललितपुर जनपद के 560 गांव को लाभांवित होंगे. इस योजना की वर्तमान में अनुमानित लागत 1345 करोड़ है और हमारी 15 ग्राम समूह पेयजल योजनाएं हैं. उसके तहत हम हर घर में पानी उपलब्ध कराएंगे. इससे आम जनता को शुद्ध पानी मिलेगा,
ये भी पढ़ें -
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: States News in Hindi
और देखें
Advertisement
ट्रेडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
आईपीएल
इंडिया
आईपीएल
दिल्ली NCR
Advertisement
for smartphones
and tablets
and tablets
शशि शेखर, स्वतंत्र पत्रकारJournalist
Opinion