UP Police: खाकी की छवि धूमिल करती यूपी पुलिस, 7 कर्मी निलंबित, जानिए वजह
Kanpur News: कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों ने 7 पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया है. इनमें यातायात पुलिस से चार पुलिसकर्मी भी शामिल हैं.

UP News: यूं तो अपराधियों और गुनहगारों पर पुलिस को कार्रवाई करते आपने कई बार देखा और सुना होगा, लेकिन इस बार खाकी ने खुद खाकी पर कार्रवाई कर दी. अगर आप हैरान है तो हैरान होने की बात नहीं बल्कि ये हकीकत है. कानपुर में पुलिस अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने का दावा कर रही है और उसके इस दावे में कोई भी नहीं बख्शा जाएगा इस बात की संकेत कानपुर पुलिस ने दे दिए हैं.
गुनाह करने वाले हाथ फिर किसी अपराधी के हों या खुद खाकी के कानून का पाठ सबके लिए एक होगा. जितना अपराध करने वाला दोषी है उतना ही उस अपराध में कार्रवाई निष्पक्ष न करने वाला भी दोषी है. जिसके चलते कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों ने 7 पुलिस कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया है. यूपी पुलिस में भर्ती हुए और कानपुर कमिश्नरेट में तैनात पुलिस कर्मी जो शहर के अलग-अलग थानों में कानून की हिफाजत की जिम्मेदारी उठा रहे थे, फिर चाहे कानून का पालन सिविल पुलिस की जिम्मेदारी का हो या यातायात पुलिस सेवा का, काम में लापरवाही होने पर कानपुर पुलिस के अधिकारी माफ नहीं करेंगे.
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इनपर हुई कार्रवाई
पुलिस की बड़ी कार्रवाई ने इस बात का इशारा भी दे दिया है. दरअसल, कानपुर में तैनात एक अतिरिक्त निरीक्षक, तीन दरोगा और तीन आरक्षी पर काम में लापरवाही, अनुशासन हीनता और अपने पद का दुरुपयोग के साथ-साथ अपने काम का सही तरीके से निर्वहन न किए जाने को लेकर कार्रवाई की गई है. शिवराजपुर थाने में तैनात निरीक्षक शिवशंकर पटेल, बिठूर थाने की चौकी में तैनात दरोगा प्रमोद, बिल्हौर थाने में तैनात दरोगा राजपाल सिंह, यातायात पुलिस में दरोगा सतेंद्र पाल और इनके साथ तीन आरक्षी जोकि यातायात में ही कार्यरत थे, पर अब विभागीय कार्रवाई की गई है. ये सभी अपने पद के दुरुपयोग और अपने कार्यों का गलत तरीके से निर्वहन करने के चलते निलंबित कर दिए गए हैं.
वहीं अपर पुलिस उपायुक्त अंकिता शर्मा ने इस कार्रवाई के बाबत बताया की पुलिस के कुछ कर्मियों के द्वारा ऐसे काम किए गए, जिससे पुलिस की छवि धूमिल हो रही थी. इनमें यातायात पुलिस से चार पुलिसकर्मियों, जिसमें तीन आरक्षी और एक दरोगा पर जानवरों से भरी जा रही गाड़ी से अवैध वसूली की बात सामने आई है. वहीं बिठूर थाने में दरोगा को गैंगस्टर की गलत कार्रवाई तो बिल्हौर थाने में एक दरोगा पर एक शख्स पर गलत कार्रवाई करने की बात सामने आई है. जबकि थाना शिवराजपुर में तैनात निरीक्षक को अपहरण के एक मामले गलत रिपोर्ट लगाने में निलंबित किया गया है. सरकार और अधिकारी बेहतर पुलिसिंग के दावे कर रहे है लेकिन छवि कोई और नहीं बल्कि महकमे के लोग ही खराब कर रहे हैं.
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