Joshimath Sinking: जोशीमठ आपदा को लेकर 603 परिवारों को किया गया चिन्हित, विस्थापन का काम तीन फेज में बांटा
Uttarakhand News: आपदा सचिव रंजीत कुमार सिन्हा (Ranjit Kumar Sinha) ने बताया कि घरों में जो दरारें पड़ रही हैं. इसकी भी आशंका जताई गई है कि कहीं विद्युत पोल की वजह से ये तो नहीं हो रहा है.
Joshimath News: जोशीमठ (Joshimath) आपदा को लेकर राज्य सरकार चिंतित नजर आ रही है, जिसमें सरकार के निर्देश पर शासन के अधिकारियों को इस आपदा में राहत और बचाव के कार्य तेज करने के निर्देश दिए गए है. आपदा सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि अब तक 68 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. इसके साथ ही 38 परिवारों को किराया दिया जा रहा है.
आपदा सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि राहत और बचाव के कार्यो के साथ-साथ जांच सर्वे का कार्य भी तेज किया जाएगा, जिसमें विस्थापन को लेकर एसीएस वित्त की अध्यक्षयता में कमेठी गठित की जाएगी. इसके साथ मुख्य सचिव रोजाना आपदा के राहत और बचाव के कार्यो की 12 बजे समीक्षा करेंगे. आपदा सचिव ने कहा कि आईआईटी रुड़की जियोटेक्निकल स्टडी करेगी. वाडिया इंस्टीट्यूट से सिस्मिक टेस्ट होगा. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी हाइड्रोलॉजिकल टेस्ट करेगा और इसकी रिपोर्ट भी एक महीने के भीतर देनी होगी.
603 परिवारों का किया गया चिन्हीकरण
आपदा सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि जोशीमठ में राहत कार्य चल रहे हैं, अभी तक 603 परिवारों का चिन्हीकरण कराया गया है, साथ ही 68 परिवारों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा है और 38 परिवारों को किराया भी दिया जा रहा है, जो बाहर रह रहे हैं. अभी तक जोशीमठ में 4 वार्डों में सेक्टर अधिकारी नियुक्त किए जा चुके हैं. जोशीमठ के दो होटल्स ‘होटल मलारी’ और ‘माउंट व्यू’ को बेहतर तकनीकों से हटाया जाएगा.
आपदा सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि घरों में जो दरारें पड़ रही हैं. इसकी भी आशंका जताई गई है कि कहीं विद्युत पोल की वजह से ये तो नहीं हो रहा है. इसके लिए UPCL और PITCUL की टीमें जोशीमठ के लिए रवाना की गई है. प्रत्येक दिन 12 बजे मीटिंग होगी और जो भी काम जोशीमठ में चल रहे हैं, उनकी समीक्षा होगी.
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