प्रयागराज: ट्रेन के इंजन में बैठकर खाना खा पाएंगे यात्री, खुलेगा देश का पहला लोको रेस्टोरेंट
Prayagraj Loco Restaurant: लोकोमोटिव रेस्टोरेंट में ग्राहकों को डाइन-इन की सुविधा मिलेगी, जहां वे इंजन के भीतर बैठकर भोजन का आनंद ले सकेंगे. यहां पर एक विशेष सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा.

प्रयागराज को जल्द ही एक अनोखी और ऐतिहासिक सौगात मिलने जा रही है. भारतीय रेलवे की नई पहल के तहत यहां देश का पहला लोकोमोटिव रेस्टोरेंट शुरू किया जाएगा. यह रेस्टोरेंट प्रयागराज छिवकी रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार के बगल में सीओडी रोड पर स्थापित होगा. इस पहल से न सिर्फ यात्रियों, बल्कि शहरवासियों को भी एक अलग अनुभव मिलेगा.
अब तक आपने रेल कोच को रेस्टोरेंट में बदले जाने की अवधारणा देखी होगी, लेकिन पहली बार ट्रेन के इंजन यानी लोकोमोटिव को ही रेस्टोरेंट का रूप दिया जा रहा है. पुराने और सेवा से हट चुके रेल इंजनों को नया जीवन देने की यह कोशिश रेलवे की नवाचार सोच को दर्शाती है. इंजन के अंदर मौजूद तकनीकी उपकरण हटाकर वहां बैठने और भोजन की आधुनिक व्यवस्था की जाएगी.
डाइन-इन से लेकर होम डिलीवरी तक की सुविधा
इस लोकोमोटिव रेस्टोरेंट में ग्राहकों को डाइन-इन की सुविधा मिलेगी, जहां वे इंजन के भीतर बैठकर भोजन का आनंद ले सकेंगे. इसके साथ ही ऑनलाइन एप या पोर्टल के माध्यम से घर बैठे ऑर्डर देने और डिलीवरी की सुविधा भी उपलब्ध होगी. इससे यह रेस्टोरेंट सिर्फ देखने की चीज नहीं, बल्कि रोजमर्रा के उपयोग का हिस्सा भी बनेगा.
10 सालों के लिए निजी हाथों में संचालन
प्रयागराज मंडल में उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह के अनुसार इस महीने लोकोमोटिव रेस्टोरेंट के लिए 10 सालों की अवधि का टेंडर जारी किया जाएगा. चयनित निविदा धारक को लाइसेंस दिया जाएगा, जो रेस्टोरेंट का संचालन करेगा. रेलवे का उद्देश्य अपनी पुरानी संपत्तियों का बेहतर इस्तेमाल कर आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है.
स्वाद के साथ इतिहास का भी मिलेगा अनुभव
इस रेस्टोरेंट को केवल खाने की जगह नहीं, बल्कि एक अनुभव केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. यहां आने वाले लोगों को उस इंजन से जुड़ी ऐतिहासिक जानकारी दी जाएगी. जैसे इंजन का नाम, निर्माण स्थल, निर्माण वर्ष और रेलवे में उसकी सेवा अवधि की भी जानकारी से अवगत कराया जाएगा. साथ ही एक विशेष सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा, जहां लोग यादगार तस्वीरें ले सकेंगे.
रेल मंत्री की सोच का हिस्सा है यह प्रोजेक्ट
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक यह परियोजना रेल मंत्री की दूरदर्शी सोच का हिस्सा है. यदि यह प्रयोग सफल रहता है, तो भविष्य में देश के अन्य शहरों में भी लोकोमोटिव रेस्टोरेंट शुरू किए जा सकते हैं. प्रयागराज से शुरू होने वाली यह पहल रेलवे के पर्यटन और व्यावसायिक स्वरूप को नई दिशा देने वाली साबित हो सकती है.
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Source: IOCL






















