हरिद्वार कॉरिडोर की तैयारियां तेज, हटेगा बस स्टैंड, जान्ह्वी मार्केट के प्रभावितों को मिलेगा कॉम्प्लेक्स
प्रमुख सचिव ने कहा कि कॉरिडोर निर्माण में किसी भी स्थल को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. केवल जान्ह्वी मार्केट को हटाने की योजना है और वहां के व्यापारियों को नया कॉम्प्लेक्स बनाकर दुकानें दी जाएंगी.

Haridwar News: हरिद्वार में बनने जा रहे भव्य कॉरिडोर को लेकर सरकार ने अपनी योजनाओं को स्पष्ट कर दिया है. इस परियोजना के तहत अपर रोड, बड़ा बाजार जैसी प्रमुख जगहों को प्रभावित किए बिना विकास कार्य किए जाएंगे. हालांकि, जान्ह्वी मार्केट को हटाने की योजना बनाई गई है. इसके अलावा, मौजूदा बस स्टैंड को स्थानांतरित करके चंडी देवी मंदिर के सामने आईएसबीटी और लॉजिस्टिक हब बनाया जाएगा. इस योजना के तहत प्रभावित दुकानदारों को नए कॉम्प्लेक्स में दुकानें देने या नकद मुआवजा देने का विकल्प दिया जाएगा.
गुरुवार को प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम ने डामकोठी पहुंचकर व्यापारियों और विभिन्न संगठनों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि कॉरिडोर को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए सरकार स्पष्ट बातचीत कर रही है. व्यापारियों और अन्य हितधारकों को भरोसा दिलाया गया कि उनकी समस्याओं को सुना जाएगा और उन्हें उचित विकल्प दिए जाएंगे.
अधिकारियों का दिए निर्देश
प्रमुख सचिव ने कहा कि कॉरिडोर निर्माण में किसी भी स्थल को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. केवल जान्ह्वी मार्केट को हटाने की योजना है और वहां के व्यापारियों को नया कॉम्प्लेक्स बनाकर दुकानें दी जाएंगी. किरायेदारों के सुझावों के आधार पर संभावनाएं तलाशने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए हैं.
बैठक में श्रीगंगा सभा के पदाधिकारियों को हरकी पैड़ी क्षेत्र के विकास और सौंदर्यीकरण की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई. सभा की ओर से दिए गए सुझावों को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) में शामिल करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए.
सतीकुंड के सौंदर्यीकरण को लेकर विशेष योजना बनाई गई है. यहां शक्ति के रूप में पांच देवियों की मूर्तियों के बीच एक श्वेत कमल स्थापित किया जाएगा. इसके अलावा, सभी प्रमुख शक्तिपीठों के छोटे-छोटे स्वरूप लगाए जाएंगे, जिससे यह क्षेत्र धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से और अधिक आकर्षक बनेगा.
बुनियादी ढांचा होगा मजबूत
कॉरिडोर परियोजना के तहत वर्तमान रोडवेज बस अड्डे को हटाकर चंडी देवी मंदिर के सामने आईएसबीटी बनाया जाएगा. साथ ही, लॉजिस्टिक हब के लिए भी स्थान चिन्हित कर लिया गया है. इससे हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर यातायात सुविधाएं मिलेंगी और शहर का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा.
रोड़ीबेलवाला क्षेत्र के विकास के लिए भी योजनाएं बनाई गई हैं. प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी निर्माण कार्य से पहले प्रभावित लोगों को उचित सुविधाएं दी जाएं. उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना उचित पुनर्वास के किसी को विस्थापित नहीं किया जाएगा.
प्रमुख सचिव ने कहा कि कॉरिडोर निर्माण से किसी भी व्यवसाय को अनावश्यक नुकसान नहीं होगा. यदि किसी दुकान को हटाना पड़ता है, तो पहले नया शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाकर उसे वहां स्थानांतरित किया जाएगा. व्यापारियों और स्थानीय निवासियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार उनकी सहमति और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखेगी.
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इन व्यवस्थाओं में होगा सुधार
हरिद्वार कॉरिडोर परियोजना के तहत धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. हरकी पैड़ी और सतीकुंड का विकास इसे और आकर्षक बनाएगा, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को एक नया अनुभव मिलेगा. इसके अलावा, नए बस स्टैंड और लॉजिस्टिक हब से यातायात की व्यवस्था सुधरेगी, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को राहत मिलेगी.
इस बैठक में अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधि महंत ललितानंद गिरी महाराज, श्रीगंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल, नगर आयुक्त वरुण चौधरी, एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट कुशम चौहान और उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
हरिद्वार में इस मेगा प्रोजेक्ट के शुरू होने से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और शहर का बुनियादी ढांचा बेहतर होगा. सरकार का दावा है कि इस परियोजना से श्रद्धालुओं और व्यापारियों, दोनों को लाभ मिलेगा. अब देखना होगा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना को कितनी तेजी से पूरा किया जाता है.
Source: IOCL





















