Haridwar: हरिद्वार में डेंगू के 173 मरीजों की पुष्टि, नगर निगम के काम से संतुष्ट नहीं हैं स्थानीय लोग
हरिद्वार में डेंगू के अब तक 173 मामले दर्ज किए गए हैं. प्रशासन फॉगिंग को लेकर बड़े-बडे़ दावे कर रही है लेकिन स्थानीय लोग नगर निगम के डेंगू रोधी कार्य से संतुष्ट नहीं है.

Uttarakhand News: हरिद्वार (Haridwar) के अलग-अलग क्षेत्रों में डेंगू (Dengue) के 173 मामले सामने आए हैं जिसमें 100 से ज्यादा मामले रुड़की (Rurkee) क्षेत्र के शंकरपूरी गांव के हैं. नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग (Health Department) द्वारा लोगों से साफ-सफाई और अपने आसपास पानी इकट्ठा न होने देने की अपील है. हरिद्वार के जिला अस्पताल में मरीजों की लंबी लाइन नजर आ रही है. अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है.
हरिद्वार नगर निगम में 51 मामले
जिला के मलेरिया रोग संबंधी अधिकारी गुरनाम सिंह का कहना है कि अभी तक डेंगू के 173 केस रिकॉर्ड हो चुके हैं जिसमें सबसे ज्यादा केस रुड़की ब्लॉक के शंकरपुरी (105) में आए थे. हरिद्वार में 51 केस की पुष्टि हुई है. काफी हद तक हमने कनखल क्षेत्र में काबू पा लिया है हमारी टीम में लगी हुई है. आशा वर्कर घरों के अंदर स्प्रे कर रही है और साथ में हमें नगर निगम का भी पूरा सहयोग मिल रहा है. आउटडोर में फॉगिंग कीटनाशक का छिड़काव नगर निगम द्वारा किया जा रहा है.
नगर निगम ने दी यह जानकारी
नगर निगम के आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि हमारे क्षेत्र में 51 डेंगू के केस पाए गए हैं जिसमें 43 मामले कनखल, छह मध्य हरिद्वार और दो मामले ज्वालापुर क्षेत्र में हैं. नगर निगम की टीम शुरू से ही प्रयास कर रही है और फॉगिंग और एंटी लारवा स्प्रे किया जा रहा है. इसके अलावा जागरूकता अभियान भी हमने चलाया हुआ है. उधर, स्थानीय निवासियों का कहना है डेंगू कनखल क्षेत्र में तेजी से फैल रहा है इसलिए सफाई होनी चाहिए. स्वास्थ्य विभाग का कार्य धीमी गति से हो रहा है. दवाई का छिड़काव भी कभी-कभार हो रहा है.
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Source: IOCL





















