यूपी: विश्वविद्यालयों के नए सत्र और परीक्षाओं को लेकर शासनादेश जारी, 4 अगस्त से शुरू होंगी ऑनलाइन कक्षाएं
उत्तर प्रदेश में विश्वविद्यालयों के नए सत्र और परीक्षाओं को लेकर शासनादेश जारी कर दिया गया है. राज्य विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में स्नातक और परास्नातक के द्वितीय और तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों की ऑनलाइन कक्षाएं चार अगस्त से शुरू होंगी.
लखनऊ, शैलेष अरोड़ा: उच्च शिक्षा विभाग ने राज्य विश्वविद्यालयों में नए सत्र को लेकर शासनादेश जारी कर दिया है. सत्र 2020-21 का पढ़ाई से लेकर परीक्षाओं तक का पूरा शैक्षिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है. आगामी सत्र के लिए ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर के एडमिशन की प्रक्रिया 15 सितंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर में 31 अक्टूबर तक एडमिशन पूरे किए जाएंगे. कोविड-19 के हालात देखते हुए एडमिशन की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
4 अगस्त से शुरू होंगी ऑनलाइन क्लासेज ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर को छोड़कर अन्य सभी वर्ष के स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लासेज 4 अगस्त से शुरू होंगी. अगर कोरोना से हालात सामान्य हुए तो 1 अक्टूबर से प्रत्यक्ष क्लासेज भी शुरू कर दी जाएंगी. यानी छात्र यूनिवर्सिटी और कॉलेज आकर क्लास अटेंड करेंगे. नए एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स यानी ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर की क्लासेज 1 अक्टूबर जबकि पोस्ट ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर की 1 नवंबर से शुरू होंगी.
ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन क्लासेज की भी व्यवस्था सिलेबस के अनुसार काम से कम 45 दिन सिर्फ ऑनलाइन क्लास होंगी. इसके बाद ऑनलाइन के साथ साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कैंपस में भी क्लासेज होंगी. इसके लिए रोटेशन बनाया जायेगा. जैसे एक वर्ष के स्टूडेंट्स 1 हफ्ते तक 3-4 ग्रुप्स बनाकर अलग अलग विषय की क्लास होगी. इसके बाद अगले हफ्ते में दूसरे और फिर अन्य. विश्वविद्यालयों को स्मार्ट क्लास की मदद से सम्बद्ध कॉलेजों में भी लाइव सेशन करने के लिए कहा गया है.
सॉफ्टवेयर और वर्चुअल लैब आए प्रैक्टिकल का सुझाव शासन ने प्रैक्टिकल के लिए भी गाइडलाइन्स जारी की हैं. विश्वविद्यालयों को कहा गया है कि वो सिमुलेशन सॉफ्टवेयर और वर्चुअल लैब की मदद से प्रैक्टिकल कराएं. जिन प्रैक्टिकल के लिए भौतिक उपस्थिति जरूरी है उनके लिए रोटेशन के अनुसार 1-1 सप्ताह का शेड्यूल बनाकर स्टूडेंट्स को बुलाएं. शिक्षकों को पढ़ाई के लिए मिनट स्ट्रेटेजिक प्लानिंग 3 अगस्त तक तैयार करनी है.
इस बार मिड टर्म अनिवार्य, रिजल्ट में जुड़ेंगे नंबर सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को सेशनल परीक्षा के साथ मिड टर्म परीक्षा का भी प्रावधान करना होगा. विभाग और कॉलेज अपने स्तर से ऑनलाइन या ऑफ लाइन तरीके से परीक्षा कराकर विश्वविद्यालय को अंक भेजेंगे. मिड टर्म, सेशनल परीक्षा, ट्यूटोरियल, असाइनमेंट, प्रोजेक्ट में स्टूडेंट को संबंधित प्रश्नपत्र में मिले कुल अंक का 25 से 50 फीसदी तक उस प्रश्नपत्र के वार्षिक या सेमेस्टर परीक्षा के अंक में जोड़कर रिजल्ट बनाया जाएगा.
शासन की तरफ से प्रस्तावित शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार विश्वविद्यालयों को अपना शैक्षिक कैलेंडर तैयार कर 20 जुलाई तक वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा गया है। शासन के प्रस्तावित कैलेंडर के अनुसार 5 दिसंबर तक मिड टर्म या बैक पेपर परीक्षा के लिए कहा गया है।
प्रमुख तिथियां
PG फर्स्ट ईयर विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 मार्च 2021 तक खत्म करने के निर्देश
PG फर्स्ट ईयर की वार्षिक परीक्षाएं 1 मई से 15 जून 2021 के बीच होंगी
सम सेमेस्टर के लिए मिड टर्म परीक्षाएं 30 अप्रैल 2021 तक खत्म करनी होंगी
PG फर्स्ट ईयर में सम सेमेस्टर की परीक्षाएं 30 जून 2021 तक समाप्त करने के निर्देश
15 जून 2021 तक जारी होंगे सभी रिजल्ट
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