Ghaziabad: मारपीट मामले में आरएसएस-बीजेपी और आरएलडी के बीच हुआ समझौता, इन नेताओं ने की पहल
गाजियाबाद में मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद आरएसएस और आरएलडी के नेता एक दूसरे के आमने-सामने हो गए और मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया.

UP News: गाजियाबाद (Ghaziabad) में आरएसएस (RSS) और आरएलडी (RLD) के बीच शुरू हुए राजनीतिक संग्राम का अंत हो गया है. दरअसल, यहां आरएसएस के बालपथ संचालन के दौरान आरएलडी (RLD) के मेयर पद के दावेदार के रिश्तेदार और बेटे ने स्कूटी निकालने को लेकर मारपीट की थी जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुआ था. मामले में एफआईआर दर्ज कर तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. आरोपियों के जेल जाने के बाद आरएलडी ने थाने के बाहर कई घंटे धरना दिया.
हालांकि पुलिस ने आरएसएस-बीजेपी के पदाधिकारियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की थी. बीजेपी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मयंक गोयल क्रॉस एफआईआर से नाराज थे. बीजेपी पदाधिकारियों ने इसको लेकर कमिश्नर से भी नाराजगी जताई और सीएम योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी. आरएलडी के बड़े नेताओं ने भी बीजेपी को जाट विरोधी करार देते हुए आंदोलन की बात कही थी. हालांकि अब इस विवाद का अंत हो गया है. बीजेपी के विधायक अजीत पाल त्यागी, नेता बृजपाल तेवतिया और आरएलडी के नेता अरविंद तेवतिया के पिता इस समझौते को कराया गया.
असामाजिक तत्वों ने बढ़ाया विवाद- अजीत पाल त्यागी
वहीं, विधायक अजीत पाल त्यागी ने कहा कि आरएसएस हमेशा सब को साथ लेकर चलता है, कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा इस विवाद को बढ़ाया गया. उस दिन थाने में भी मामले को समाप्त कराया जा रहा था लेकिन इस विवाद को तूल दिया गया. वहीं दूसरे पक्ष ने भी कहा कि आपसी सहमति से हमने समझौता कर लिया है. कुछ ऐसे लोग थे, जो यह समझौता होने नहीं देना चाहते थे. बीजेपी के बृज पाल तेवतिया ने कहा कि सरकार सबको साथ लेकर चलती है और कुछ लोगों द्वारा जाति का माहौल बनाया गया.
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Source: IOCL





















