नीली बत्ती वाली कार में घूमकर पुलिसवालों पर रौब झाड़ता था फर्जी IPS, ऐसे धरा गया
कानपुर पुलिस ने फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार किया है। फर्जी आईपीएस प्रशांत शुक्ला नीली बत्ती लगी कार में घूमता था।

कानपुर, एबीपी गंगा। कानपुर देहात में पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस को अपनी गिरफ्त में लिया है। फर्जी आईपीएस पिछले काफी समय से नीली बत्ती लगी कार में घूमता था और पुलिसवालों पर रौब झाड़ता था। बताया जा रहा है कि बुधवार को भी वो अपने रिश्तेदार के साथ नीली बत्ती वाली कार से अकबरपुर कोतवाली आया था। फर्जी आईपीएस जैसे ही थाने पहुंचा तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने सैल्यूट मारकर उसे सलामी दी। इतना ही नहीं, आईपीएस की वर्दी पहने शख्स की आवाभगत के लिए थाने में नाश्ते का इंतजाम भी कराया गया। फर्जी आईपीएस की पोल उस वक्त खुली जब नाश्ते के दौरान कोतवाल ऋषिकान्त ने उससे बैच और कैडर के बारे में सवाल कर दिया। कोतवाल को जब उस पर शक हुआ तो फर्जी आईपीएस को थाने में बैठा लिया और अपने सीनियर को इसकी जानकारी दी। 
आला अधिकारी जब पहुंचे तो पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। फर्जी आईपीएस ने अपना नाम प्रशांत शुक्ला बताया है और वो कानपुर नगर के केशव पुरम का रहने वाला है। प्रशांत ने बताया कि उसने आईपीएस की वर्दी सिलवाकर पहनी है। यही नहीं, प्रशांत अपने रिश्तेदारों को भी बताता था कि वो आईपीएस है और दिल्ली में तैनात है। प्रशांत ने पूछताछ में ये भी बताया कि उसने साल 2011 में आईपीएस की परीक्षा दी थी, लेकिन फेल हो गया था। वो सभी को 2012 बैच का आपीएस अधिकारी बताता था। वहीं, प्रशांत के साथ थाने में आए उसके रिश्तेदार विवेक ने भी बताया कि वो परिवारवालों को भी आईपीएस होने का दावा करता था।
अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार ने बताया कि ये 19 बार आईपीएस बोलकर टोल से निकल चुका है। फिलहाल प्रशांत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से एक नीली बत्ती लगी कार और एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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