UKSSSC पेपर लीक: उत्तराखंड बेरोजगार संघ का आज देहरादून में बड़ा आंदोलन, धारा 163 लागू
Dehradun News: . इन क्षेत्रों और उनके 500 मीटर के दायरे में किसी भी सार्वजनिक सभा, जुलूस, प्रदर्शन या पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा. इसके बावजूद संघ ने प्रदर्शन किया.

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में रविवार को पेपर लीक होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इसके विरोध में उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने आज बड़े आंदोलन का ऐलान किया है और प्रदेश भर के युवाओं से देहरादून आने की अपील की है. प्रदर्शन को देखते हुए देहरादून के मजिस्ट्रेट ने धारा 163 लागू कर दी है, जबकि पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कमर कस ली है.
बेरोजगार संघ की मांग है कि रविवार की परीक्षा को रद्द किया जाए, लेकिन सरकार ने अभी तक ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है.
कई इलाकों में धारा 163 लागू
पुलिस प्रशासन ने बताया कि धारा 163 देहरादून में घंटाघर, चकराता रोड, गांधी पार्क, सचिवालय रोड, न्यू कैंट रोड, सहस्त्रधारा रोड, नेहरू कॉलोनी रोड, सहारनपुर रोड, परेड ग्राउंड, सर्वे चौक और डीएवी कॉलेज रोड समेत कई संवेदनशील इलाकों में लागू की गई है. इन क्षेत्रों और उनके 500 मीटर के दायरे में किसी भी सार्वजनिक सभा, जुलूस, प्रदर्शन या पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा. बिना अनुमति लाउडस्पीकर, डीजे या ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग और हथियार, लाठी-डंडे, औजार या आपत्तिजनक सामग्री ले जाना भी पूरी तरह प्रतिबंधित है. यह कदम धरना-प्रदर्शन से आम जन को होने वाली परेशानी, यातायात व्यवस्था और हाल की आपदा स्थिति को देखते हुए उठाया गया है.
एक सेट हुआ था लीक
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार ने रविवार को प्रेस वार्ता में दावा किया कि परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद, यानी सुबह 11:30 बजे, पेपर का एक सेट लीक हो गया. उन्होंने सीएम पुष्कर सिंह धामी और UKSSSC अध्यक्ष से मुलाकात की, लेकिन पेपर रद्द करने की मांग पूरी नहीं हुई. पवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने नकल माफिया हाकम सिंह पर नजर क्यों नहीं रखी, जो दोबारा पेपर लीक में शामिल रहा. हालांकि, देर रात देहरादून SSP अजय सिंह और UKSSSC अध्यक्ष जीएस मार्तोलिया ने प्रेस वार्ता में जवाब दिया.
SSP ने कहा कि जांच में किसी संगठित गैंग की संलिप्तता नहीं पाई गई, बल्कि एक केंद्र से किसी व्यक्ति ने पेपर के कुछ पन्नों की फोटो भेजी. पेपर शुरू होने से पहले कोई लीक की सूचना नहीं थी, लेकिन 1:30 बजे सोशल मीडिया पर स्क्रीनशॉट वायरल हुए.
दो आरोपी हुए गिरफ्तार
राज्य सरकार ने साफ किया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. CM धामी ने कहा कि इस प्रकरण में सख्त कार्रवाई होगी. नकल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई जारी है, और पुलिस पारदर्शिता से काम कर रही है. UKSSSC का दावा है कि पेपर को पूरी तरह लीक नहीं माना जा सकता, इसलिए परीक्षा रद्द करने का फैसला अभी टल गया है. पुलिस ने हाकम सिंह और पंकज गौर को गिरफ्तार किया है, और जांच में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
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