उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, पहाड़ों में शीतलहर और बर्फबारी के संकेत
Uttarakhand News: उत्तराखंड में ठंड बढ़ने वाली है, पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानों में कोहरा छाने के आसार हैं. मौसम विभाग ने चार और पांच नवंबर को बारिश-बर्फबारी की चेतावनी जारी की है.

उत्तराखंड में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है. पहाड़ों में शीतलहर की दस्तक और मैदानों में कोहरे का असर ठंड बढ़ाने वाला है. मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने आगामी दिनों के लिए मौसम में बदलाव की चेतावनी जारी की है. केंद्र के अनुसार, चार और पांच नवंबर को राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है,
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया कि उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिले के कुछ हिस्सों में चार और पांच नवंबर को हल्की बारिश हो सकती है. वहीं, 4000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के आसार हैं. उन्होंने कहा कि बारिश और बर्फबारी के चलते पर्वतीय जिलों में सुबह और शाम के समय शीतलहर का असर देखने को मिलेगा, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और ठंडक बढ़ जाएगी,
मैदानों में कोहरे की दस्तक, बढ़ेगी ठंड
वहीं, मैदानों में अब कोहरे की चादर फैलने की शुरुआत हो रही है. मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में हरिद्वार, उधमसिंह नगर और देहरादून जैसे मैदानी जिलों में सुबह के समय हल्का से मध्यम कोहरा छा सकता है. इससे दृश्यता प्रभावित होगी और सामान्य तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी,
पश्चिमी विक्षोभ से बदल रहा है मौसम
रविवार को राजधानी देहरादून सहित प्रदेश के अन्य मैदानी इलाकों में दिनभर मौसम शुष्क रहा. धूप खिलने से दिन के तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई. देहरादून में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 30.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान भी तीन डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 16.4 डिग्री सेल्सियस रहा. इसी तरह हरिद्वार और काशीपुर समेत अन्य इलाकों में भी दिन के तापमान में हल्की वृद्धि देखी गई, हालांकि सुबह-शाम की ठंड महसूस की जा रही है,
मौसम केंद्र ने बताया कि छह से आठ नवंबर के बीच प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. इस अवधि में आसमान साफ रहेगा, लेकिन रात के तापमान में गिरावट जारी रहेगी. पर्वतीय जिलों में शीतलहर का असर और तेज हो सकता है, जबकि मैदानों में कोहरा बढ़ने से लोगों को ठंड की तीव्रता ज्यादा महसूस होगी,
विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव हिमालयी क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण हो रहा है. इसके प्रभाव से जहां ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना बढ़ गई है, वहीं राज्य के मैदानी हिस्सों में सर्दी की दस्तक तेज हो जाएगी. मौसम विभाग ने लोगों से ठंड से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी है.
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