यूपी के बच्चे पढ़ने जा सकेंगे ब्रिटेन, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम योगी सरकार ने समर्पित की यह योजना
सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ में 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित 'श्रद्धांजलि समारोह एवं काव्य समागम' कार्यक्रम में सम्मिलित हुए.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि अटल जी हमेशा इस बात पर विचार करते थे कि भारत और भारतीयता को वैश्विक मंच पर कैसे प्रतिष्ठा दिलाई जाए.
राजधानी लखनऊ में शनिवार, 16 अगस्त को एक कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने ब्रिटेन में उच्च शिक्षा के लिए हर साल 5 छात्रों का चयन करने का निर्णय लिया है. इस छात्रवृत्ति का आधा खर्च ब्रिटिश सरकार और आधा खर्च यूपी सरकार वहन करेगी. यह छात्रवृत्ति ब्रिटेन में एक प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति के रूप में जानी जाती है. हमने इसे अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर समर्पित किया है. अटल जी की स्मृतियों को संजोए रखने के लिए राज्य सरकार पूरी लगन से काम कर रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने उस तबके को टच किया, जिनके प्रति श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की संवेदना थी. श्रमिकों के बच्चों के लिए, निराश्रित बच्चों के लिए ‘अटल आवासीय विद्यालय’ 18 कमिश्नरी में बनकर तैयार हो गए हैं. 18,000 बच्चे अत्याधुनिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. एक ही कैंपस में सभी प्रकार की सुविधाएं हैं.
इससे पहले शनिवार सुबह लोकभवन में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सीएम आदित्यनाथ ने कहा, 'आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि है. इस अवसर पर मैं प्रदेश की जनता की ओर से श्रद्धेय अटल जी की स्मृतियों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.'
एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि उनका छह दशक लंबा राजनीतिक जीवन भारतीय राजनीति को नयी दिशा देने वाला रहा.
'लखनऊ का यह विशेष सौभाग्य रहा कि...'
योगी ने कहा, 'उन्होंने (वायपेयी ने) भारत के जीवन मूल्यों और आदर्शों को सर्वोपरि रखते हुए यह दिखाया कि देश के भीतर विकास का मॉडल कैसा होना चाहिए और वैश्विक मंच पर भारत और भारतीयता की प्रतिष्ठा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है. सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, अटल जी ने सदैव इन मूल्यों का ध्यान रखा और अपने प्रभावी नेतृत्व से उन्हें साकार रूप दिया.'
उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश के लिए यह सौभाग्य का विषय है कि अटल बिहारी वाजपेयी जी ने यहीं से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. वर्ष 1957 में बलरामपुर संसदीय सीट से पहली बार सांसद बने. इसके बाद लखनऊ का यह विशेष सौभाग्य रहा कि अटल जी पांच बार लगातार लखनऊ संसदीय सीट से चुने गए और प्रधानमंत्री के रूप में देश की संसद में पहुंचे.'
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मुख्यमंत्री ने कहा, 'कुल 10 बार वे लोकसभा सदस्य और दो बार राज्यसभा सदस्य रहे. अटल जी का स्मरण न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणा है बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए भी मार्गदर्शन है.'
इससे साथ ही योगी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, 'भारतीय राजनीति के अजातशत्रु, पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर आज उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए. श्रद्धेय अटल जी की छह दशकों की राजनीति यात्रा पूरी भारतीय राजनीति को एक नयी दिशा देती है. उनकी पावन स्मृतियों को नमन.'
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी अटल बिहारी वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि दी.
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Source: IOCL





















