Chhath Puja 2022: उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने कलश यात्रा के साथ किया छठ का आरंभ, इस बात पर जताई खुशी
Chhath Puja 2022: छठ महापर्व के पहले दिन हरिद्वार में कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें ऋतु खंडूडी ने भी शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि सभी मिलकर देश की संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं.
Ritu Khanduri On Chhath Puja 2022: लोक आस्था के महापर्व छठ पर उत्तराखंड के हरिद्वार में कलश यात्रा निकाली गई. इस यात्रा में राज्य की विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने शिरकत की. पूर्वांचल जन जागृति संस्था द्वारा आयोजित की गई यह यात्रा हरिद्वार स्थित धीर वाली से शुरू हुई और विश्व प्रसिद्ध हर की पौड़ी पर इसका समापन हुआ. इस दौरान भारी संख्या में पूर्वांचल के लोगों की भागीदारी रही. दरअसल, केवल यूपी ही नहीं, बल्कि पूर्वांचल के लोग हर प्रदेश में बसे हुए हैं. इसलिए यहां भी पूरे भक्ति भाव से छठ का पर्व मनाया जाता है.
बता दें, इस यात्रा में रानीपुर विधायक आदेश चौहान, शहर विधायक मदन कौशिक और नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा भी मौजूद रहे.
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ऋतु खंडूडी ने जताई खुशी
मालूम हो, छठ के महापर्व पर महिलाएं सौभाग्य, आरोग्य, शांति, खुशहाली, पुत्र प्राप्ति और संतान के सार्थक जीवन की कामना करते हुए उपवास रखती हैं और चार दिन तक प्रभु की उपासना में लीन रहती हैं. यात्रा में शामिल होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने कहा कि बिहार से निकलकर यह पर्व पूरे देश में फैला है और लोग इस भी भारत में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाने लगा है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि छठ पर्व बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है और उन्हें खुशी है कि इस त्योहार को उत्तराखंड में भी बड़ी उमंग के साथ मनाया जा रहा है.
ऋतु खंडूडी ने काह कि यह बहुत ही कठिन व्रत है और निर्धारित नियम-कानून के तहत यह पर्व मनाया जाता है. उन्हें इस बात की खुशी है कि देश की संस्कृति और धरोहर है को सभी लोग मिलकर आगे बढ़ा रहे हैं.
ट्वीट कर दी जानकारी
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, "छठी मैया और सूर्य की उपासना के महापर्व छठ की शुरुआत नहाय खाय के साथ हो गई है. आज हरिद्वार में पूर्वांचल जन जागृति संस्था द्वारा आयोजित लोक परंपरा, संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए समर्पित छठ महोत्सव का शुभारम्भ किया.
नहाय-खाय के साथ होती है महापर्व की शुरुआत
जानकारी के लिए बता दें कि दिवाली के बाद षष्ठी तिथि पर चार दिवसीय छठ पर्व का आरंभ होता है. इस बार यह त्योहार 28 अक्टूबर से शुरू हुआ और 31 अक्टूबर को संपन्न होगा. यह पर्व मुख्य तौर पर यूपी-बिहार में मनाया जाता है. इसके अलावा, झारखंड, बंगाल और नेपाल में भी इसका खासा महत्व है. अब क्योंकि पूर्वांचल और बिहार के लोग देश में कई जगह बस गए हैं, इसलिए छठ की परंपरा भी देशभर में फैली है और लोग उत्साहपूर्वक यह त्योहार मनाने लगे हैं.