UP Politics: मंत्री संजय निषाद ने ओपी राजभर पर किया तंज, कहा- 'घर में मची है तोड़फोड़, पहले उसे संभालें'
उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद ने आज बस्ती दौरे पर सुभासपा नेता ओपी राजभर की जमकर खिंचाई की. उन्होंने कहा कि मैं उन्हें सलाह दूंगा कि वह पहले अपना घर संभालें.
UP News: उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य विकास मंत्री संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने सुभासपा में चल रही अंदरुनी कलह को लेकर ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें सलाह दूगा कि जो घर में तोड़फोड़ मची है पहले उसे संभालें. संजय निषाद आज बस्ती दौरे पर थे जहां उन्होंने अपनी पार्टी के मंलीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. कार्यक्रम से इतर मीडिया से बातीचीत में उन्होंने कहा, 'राजभर भैया को समझना तो बहुत कठिन है, राजभर भैया का पैर एक जगह रहता नहीं है.'
राजभर अपना उद्देश्य नहीं समझ पाए हैं - संजय निषाद
संजय निषाद ने कहा, 'मैं उन्हें सलाह दूंगा कि घर में तोड़फोड़ मची है पहले उसे संभालें, अपने कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करें, पार्टी जिस उद्देश्य से बनी है अपने बिरादरी की लड़ाई लड़ें, कभी पिछड़े की लड़ाई लड़ते हैं कभी अनुसूचित जनजाति की. वो अभी तक यही नहीं समझ पाएं हैं कि कौन सा उद्देश्य बनाना है. अपने समाज को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं.' मछुआरा समाज के आरक्षण के सवाल पर संजय निषाद ने कहा कि सही दिशा में जब कदम चलता है तो झूठ बहुत जल्दी फैल जाता है, और अच्छाई थोड़ी देर में फैलती है. झूठे लोगों ने केवट मल्लाह और, बिंद को अनुसूचित जाति में शामिल कराने का भरोसा दिया. हम पहले से शामिल थे इन लोगों ने भ्रम में डाल कर मामले को उलझा दिया, न्यायालय से 30 साल बाद मामला सुलझाया है.
UP politics: 'जिसने सपा को बनाया उसी को दरकिनार किया गया,' अखिलेश पर भड़के पूर्व सांसद डीपी यादव
नेताओं के बच्चे मदरसा क्यों नहीं जाते - संजय निषाद
मदरसों और वक्फ की संपत्तियों के सर्वे के सवाल पर मंत्री संजय निषाद ने कहा, 'मदरसों में जो पैसा दिया गया वहां शिक्षा मिल रही है या नहीं, इसकी जांच हो रही है. नेता लोग अपने बेटे-बेटियों को आईएएस और पीसीएस बना रहे हैं, जनता के बेटे-बेटी को धार्मिक बना रहे हैं. बड़े-बड़े नेता अपने बच्चों को मदरसों में क्यों नहीं दाखिल करते हैं ? मैं चाहता हूं कि मुसलमान के बच्चे भी आईएएस-पीसीएस बनें. हमारी सरकार नहीं चाहती है कि मदरसे में जहर घोला जाए.'
ये भी पढ़ें -
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets