बहराइच में फिर शुरु हुआ भेड़िए का आतंक, 2 साल के मासूम को मां की गोद से उठाया और...
बहराइच में पिछले साल अगस्त और सितंबर में भेड़ियों ने बहराइच में जमकर कहर बरपाया था. उस वक्त विधानसभा में भी यह मुद्दा उठा था.

उत्तर प्रदेश स्थित बहराइच जिले में आठ महीने बाद फिर से भेड़िये ने कहर बरपा दिया. इस बार भेड़िये ने महसी तहसील के गढ़ीपुरवा गांव में दो साल के मासूम आयुष को उसकी मां की गोद से छीनकर मार डाला. सोमवार देर रात करीब 12 बजे खुशबू देवी अपने बेटे आयुष को गोद में लेकर चारपाई पर लेटी थीं. तभी अचानक एक भेड़िया दबे पांव घर में घुस आया और मासूम को झपट कर ले गया.
भेड़िया बच्चे की गर्दन को जबड़ों में दबाकर खेतों की तरफ भाग निकला. बच्चे की चीख सुनकर मां खुशबू की आंख खुल गई. उन्होंने शोर मचाते हुए भेड़िये का पीछा भी किया, लेकिन अंधेरा ज्यादा होने के कारण भेड़िया गन्ने के खेतों में गायब हो गया. इसके बाद परिजन और गांव के लोग रातभर टॉर्च लेकर खेतों और जंगलों में बच्चे की तलाश करते रहे.
सुबह करीब पांच बजे गन्ने के खेत में बच्चे का शव मिला. बच्चे के दोनों हाथ और एक पैर भेड़िये ने खा लिया था. शव देखकर गांव वालों के होश उड़ गए. बेटे की लाश देख मां खुशबू बेहोश होकर गिर पड़ी. गांव वालों ने तुरंत पुलिस और वन विभाग को सूचना दी. थोड़ी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन वन विभाग की टीम अभी तक गांव नहीं पहुंची है. इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल है.
पिछले दो सालों से भेड़िये का आतंक
बच्चे की मां खुशबू की शादी फखरपुर थाना क्षेत्र के कोठवल कला गांव में हुई है. वह 15 दिन पहले अपने मायके गढ़ीपुरवा आई थीं. यहां गर्मी के कारण वह बेटे को लेकर बरामदे में सो रही थीं, तभी ये हादसा हो गया. गांव के बुजुर्गों ने बताया कि इलाके में पिछले दो सालों से भेड़िये का आतंक है. अब तक भेड़िये के हमले में दस बच्चों और दो युवकों की जान जा चुकी है.
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पिछले साल अगस्त और सितंबर में भेड़ियों ने बहराइच में जमकर कहर बरपाया था. उस वक्त विधानसभा में भी यह मुद्दा उठा था. हालात इतने बिगड़ गए थे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुद बहराइच आकर मृतकों के परिजनों से मिलना पड़ा था. उन्होंने साफ कहा था कि अगर भेड़िया हमला करता दिखे तो उसे गोली मार दी जाए. इसके बाद 6 अक्टूबर को एक लंगड़ा भेड़िया मारा गया था. तब से भेड़िये की कोई खबर नहीं थी.
लेकिन अब एक बार फिर भेड़िये ने गांव में दहशत फैला दी है. लोगों का कहना है कि वन विभाग इस मसले को गंभीरता से नहीं ले रहा. ग्रामीणों ने मांग की है कि वन विभाग तुरंत भेड़िये को पकड़ने के लिए अभियान चलाए, ताकि मासूम बच्चों की जान बचाई जा सके. फिलहाल गांव के लोग डरे हुए हैं और रात होते ही दरवाजे बंद करके बैठ रहे हैं.
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Source: IOCL























