ओम प्रकाश राजभर ने ABVP कार्यकर्ताओं को बताया गुंडा, अब बेटे ने सामने आकर दी सफाई
Lucknow News: यूपी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने SRMU में विरोध कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषण के कार्यकर्ताओं को लेकर विवादित बयान दिया था, जिस पर उनके बेटे की प्रतिक्रिया सामने आई है.

उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ओपी राजभर की 'असंवेदनशील व अभद्र टिप्पणी' के विरोध में उनके आवास के बाहर प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया और उनके आवास के बाहर ईंट-पत्थर फेंके हैं. मंत्री के इस बयान के बाद प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं में भारी गुस्सा भी देखने को मिला है वहीं उन्होंने राजभर के इस्तीफे की मांग कर दी है.
ओपी राजभर के बयान पर मामला गरमाने के बाद अब इसी बीच उनके बेटे अरविंद राजभर ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि ओमप्रकाश राजभर के बयान में उनके द्वारा ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं दिख रहा है जिसमें छात्रों और बच्चों को गुंडा बताया गया हो.
अरविंद राजभर ने दी सफाई
ओम प्रकाश राजभर के विवादित बयान पर एबीपी न्यूज से बात करते हुए अरविंद राजभर ने कहा है कि ओपी राजभर से एक पत्रकार ने सवाल किया था कि रामस्वरूप विश्विद्यालय में बच्चों के साथ पुलिस ने जो पुलिसिया तांडव किया, बर्बरता की, लाठीचार्ज की उसको आप किस प्रकार से देखते हैं?
इस पर ओमप्रकाश राजभर के बयान को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि इसमें मंत्री ने कहा कि बच्चे अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं और बच्चों पर लाठियां भांजना किसी भी एंगल से न्यायसंगत नहीं है.
ओपी राजभर ने ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया: अरविंद राजभर
वहीं उन्होंने आगे बताया कि ओपी राजभर ने कहा कि कानून का राज है और सीएम योगी की सरकार है वह हमेशा इस बात को कहते हैं कि कोई भी कानून को हाथ में लेने का काम करेगा तो पुलिस अपना कार्य करेगी तो कहीं न कहीं ओम प्रकाश राजभर द्वारा ऐसे शब्दों का प्रयोग तो नहीं किया गया है जिसमें बच्चों को और छात्रों को गुंडा बता दिया गया हो.
वहीं उन्होंने आगे कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को मैं छात्र जीवन से जानता हूं और इनका व्यवहार कभी भी उग्र आंदोलन का नहीं रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि ओपी राजभर द्वारा ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया था जिसके कारण जो बड़ी हलचल पैदा हुई है.
इसके साथ ही अरविंद राजभर का कहना है कि अगर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोग चाहें तो खुद ओम प्रकाश राजभर उनके साथ चलकर इस प्रकरण पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करवा सकते हैं और वह इस संघर्ष की लड़ाई में उनके साथ खड़े हैं.
Source: IOCL





















