Rajasthan SIR: राजस्थान में आज से SIR की शुरुआत, नई वोटर लिस्ट में नाम शामिल करने के लिए क्या करना होगा
Rajasthan SIR Campaign: राजस्थान में आज से SIR अभियान शुरू. 52 हजार से ज्यादा बीएलओ घर-घर जाकर मतदाता सूची की जांच करेंगे. 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगा अभियान, अंतिम सूची 7 फरवरी 2026 को जारी होगी.

राजस्थान में आज (4 नवंबर) से विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान का दूसरा चरण शुरू हो गया है. इस अभियान का मकसद राज्य की मतदाता सूची को और अधिक सटीक, पारदर्शी और अद्यतन बनाना है. भारत निर्वाचन आयोग ने पूरे देश में इस कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसमें राजस्थान समेत 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अभियान चलेगा. यह अभियान 7 फरवरी 2026 तक चलेगा और इसी दिन अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी.
52 हजार से ज्यादा बीएलओ मैदान में
राज्य में इस अभियान के लिए 52,469 बूथ लेवल अधिकारी तैनात किए गए हैं. ये अधिकारी घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी इकट्ठी करेंगे. राज्य की मौजूदा मतदाता सूची के अनुसार 5 करोड़ 48 लाख 84 हजार 827 मतदाता पंजीकृत हैं.
इनमें से लगभग 2.61 करोड़ मतदाता 40 वर्ष से अधिक आयु के हैं, जिनकी मैपिंग 77 प्रतिशत तक पूरी हो चुकी है. वहीं 2.88 करोड़ मतदाता 40 वर्ष से कम आयु के हैं, जिनका काम अभी जारी है.
कब से कब तक चलेगा अभियान?
राजस्थान में 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र का वितरण और संग्रहण करेंगे. इसके बाद 9 दिसंबर 2025 को मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित किया जाएगा. 9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियां ली जाएंगी, यानी इस दौरान कोई भी नागरिक अपना नाम जोड़ने या सुधार करने का आवेदन दे सकता है.
9 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 तक सुनवाई और सत्यापन का कार्य होगा. और अंत में 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी.
क्या है SIR अभियान और क्यों जरूरी है
SIR यानी Special Intensive Revision का मतलब है, मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण. इस अभियान के तहत मतदाताओं की जानकारी को अपडेट किया जाता है ताकि कोई भी पात्र मतदाता छूटे नहीं और मृतक या स्थानांतरित लोगों के नाम सूची से हटाए जा सकें.
राजस्थान में इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है. बीएलओ (BLO) यानी बूथ लेवल अधिकारी घर-घर जाकर गणना प्रपत्र (Enumeration Form) वितरित करेंगे और उसे भरवाएंगे.
निर्वाचन आयोग ने इस बार गणना प्रपत्र को बहुत आसान बना दिया है. अब यह एक ही पेज का फॉर्म होगा जिसमें मतदाता की कुछ बुनियादी जानकारी पहले से भरी होगी. जैसे नाम, ईपिक नंबर (मतदाता पहचान पत्र संख्या), पता, भाग और क्रमांक संख्या, और यहां तक कि मतदाता की फोटो भी पहले से छपी होगी.
मतदाता को केवल कुछ जानकारी भरनी होगी. जन्म तिथि, आधार नंबर (वैकल्पिक), पिता, माता या अभिभावक का नाम, मोबाइल नंबर और एक पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो चिपकानी होगी.
बनाया गया हेल्प डेस्क सिस्टम
मतदाताओं की सुविधा के लिए चुनाव आयोग ने वॉलंटियर और हेल्प डेस्क सिस्टम भी बनाया है ताकि किसी को जानकारी या फॉर्म भरने में दिक्कत न हो. साथ ही मतदाता सूची और संबंधित जानकारी भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट voters.eci.gov.in या राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट election.rajasthan.gov.in पर भी देखी जा सकती है.
Source: IOCL

























