राजस्थान: नरेश मीणा ने अशोक चांदना को बताया चांदनी, गुर्जर समाज की उठानी पड़ सकती है नाराजगी
Anta News: अंता उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने पूर्व मंत्री अशोक चांदना को 'चांदनी' कहकर विवाद खड़ा कर दिया है. इस बयान से गुर्जर समाज की नाराजगी बढ़ने व सियासी समीकरण बदलने की आशंका है.

राजस्थान के अंता विधानसभा उपचुनाव से पहले निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा एक बार फिर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने पूर्व मंत्री अशोक चांदना को 'चांदनी' कहकर संबोधित किया, जिसके बाद सियासी माहौल गरमा गया है. इस बयान के बाद मीणा और चांदना समर्थकों के बीच सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं.
चुनावी मैदान में बढ़ी बयानबाजी की गर्मी
अंता विधानसभा सीट पर इस महीने उपचुनाव होना है. निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को टिकट दिया है और बीजेपी ने मोरवाल सुमन पर दांव लगाया है. 14 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे. यह सीट इस बार त्रिकोणीय मुकाबले की ओर बढ़ती दिख रही है, लेकिन मीणा के इस बयान से समीकरण बदल सकते हैं. खासकर गुर्जर समाज के मतदाता अशोक चांदना से जुड़ाव रखते हैं, ऐसे में मीणा के शब्द उनके खिलाफ नाराज़गी का कारण बन सकते हैं.
पुराने विवादों से जुड़ा नाम
नरेश मीणा का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है. पहले भी वे अपने बयानों और राजनीतिक टकरावों के चलते सुर्खियों में रह चुके हैं. बताया जाता है कि कुछ समय पहले विवादित मामलों में उन्हें करीब 9 महीने जेल में रहना पड़ा था. अब एक बार फिर चुनावी मौसम में उनका यह बयान विपक्षियों को हमला करने का मौका दे रहा है.
‘अशोक चांदनी’ बयान पर छिड़ी सियासी जंग
पीपलोदी हादसे को लेकर पूछे गए सवाल पर नरेश मीणा ने कहा, “उस अशोक चांदनी से कहना है, कांग्रेस ने क्या किया?” उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. कांग्रेस नेता अशोक चांदना इस समय अंता में पार्टी के प्रचार अभियान में सक्रिय हैं, जिससे मीणा सीधे उन पर निशाना साधते दिख रहे हैं. अब देखना यह है कि इस बयान का चुनावी असर क्या होता है, लेकिन फिलहाल दोनों नेताओं के समर्थक सोशल मीडिया पर आमने-सामने हैं और राजनीतिक पारा लगातार चढ़ता जा रहा है.
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