भजनलाल शर्मा ने पलटा अशोक गहलोत का फैसला तो भड़के पूर्व सीएम, जिलों को खत्म करने पर अब क्या कहा
Ashok Gehlot News: राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि छोटे जिले स्थानीय प्रशासन को सुव्यवस्थित करने में मदद करते हैं. अगर नए जिले बनाना इतना बुरा निर्णय था तो समीक्षा में देरी क्यों हुई?

Rajasthan Politics: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में नए जिलों को भंग करने के फैसले पर भजनलाल शर्मा सरकार को घेरा है. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. पूर्व सीएम ने रविवार (29 दिसंबर) को कहा कि अतिरिक्त जिलों के निर्माण से राज्य को फायदा हो सकता है. उनका यह बयान बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा पिछले साल अगस्त में अपने कार्यकाल के दौरान स्थापित किए गए 17 नए जिलों में से 9 को भंग करने के एक दिन बाद आया है.
कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ''राजस्थान में अधिक जिले बनाने की क्षमता है. उदाहरण के लिए, मध्य प्रदेश छोटा है लेकिन वहां 53 जिले हैं, जबकि राजस्थान में अब केवल 41 जिले हैं. छोटे जिले स्थानीय प्रशासन को सुव्यवस्थित करने में मदद करते हैं.
समीक्षा करने में पूरे एक साल क्यों लगे- गहलोत
उन्होंने आगे कहा, ''जब जिला मुख्यालय 100-150 किलोमीटर दूर होता है, तो लोगों के लिए अधिकारियों तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है. यहां तक कि गंभीर अपराधों के न्याय में भी देरी होती है.'' बीजेपी पर निशाना साधते हुए पूर्व सीएम ने पूछा, ''अगर नए जिले बनाना इतना बुरा निर्णय था, तो इसकी समीक्षा करने में उन्हें पूरा एक साल क्यों लग गया?''
फैसले के पीछे राजनीतिक मकसद- अशोक गहलोत
गहलोत ने आरोप लगाया कि सरकार के मंत्री दोषपूर्ण फैसले की वजह से इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से बच रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिलों की समीक्षा करने वाले अधिकारी ललित पंवार बाद में बीजेपी में शामिल हो गए, उन्होंने इस फैसले के पीछे राजनीतिक मकसद बताया. गहलोत ने कहा, ''कई नौकरशाह अब दावा कर रहे हैं कि नए जिले अव्यवहारिक थे, लेकिन BJP यह जानते हुए कि फैसला सही था, हम पर हमला करने के लिए उन्हें ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रही है.
अशोक गहलोत ने आरोपों को खारिज किया
पूर्व मुख्यमंत्री ने इन आरोपों को खारिज कर दिया कि चुनाव से पहले राजनीतिक फायदे के लिए नए जिलों की घोषणा की गई थी. उन्होंने आगे कहा, ''हमने शुरू से ही इस योजना पर काम किया, जिलों की घोषणा करने से पहले चार वर्षों में राजस्व इकाइयों की स्थापना की.
बीजेपी का अशोक गहलोत की टिप्पणी पर पलटवार
इस बीच, बीजेपी ने अशोक गहलोत की टिप्पणी पर पलटवार किया है. बीजेपी के प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा, ''अगर नए जिले बनाने की मंशा सच्ची थी तो पहले के बजट में इसकी घोषणा क्यों नहीं की गई? यह स्पष्ट रूप से चुनाव पूर्व कदम था.''
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