पंजाब में पंचायत चुनाव टालने की मांग, कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने की स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से मुलाकात
Punjab Panchayat Elections: पंजाब कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से आग्रह किया कि चुनाव 3 सप्ताह के लिए टाल दिए जाएं. 13229 ग्राम पंचायतों के चुनाव 15 अक्टूबर को होने हैं.
Punjab Panchayat Elections News: पंजाब कांग्रेस ने मंगलवार (15 अक्टूबर) को होने वाले पंचायत चुनाव को स्थगित करने की मांग की है. कांग्रेस ने नामांकन प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाया है. इसके साथ मतगणना के दौरान भी अनियमितता की आशंका जताई है. पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार (14 अक्टूबर) को यहां पंजाब राज्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से आग्रह किया कि चुनाव तीन सप्ताह के लिए टाल दिए जाएं. 13,229 ग्राम पंचायतों के चुनाव 15 अक्टूबर को होने हैं. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए बाजवा ने कहा, ''प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव आयुक्त से पंचायत चुनाव तीन सप्ताह के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया.''
Met the Punjab State Election Commissioner Raj Kamal Chaudhary ji today with former Speaker @RanakpINC, former ministers MLAs @TRSBajwa, @SarkariaTeam, MP @DrAmarSinghINC, former MLA @JalalpurLal, Harpartap Singh Ajnala, Harinderpal Singh Harry Mann, Sukhjit Singh Lehal, and… pic.twitter.com/X00DJAbcBt
— Partap Singh Bajwa (@Partap_Sbajwa) October 14, 2024
नामांकन गलत तरीके से खारिज किए गए- बाजवा
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इस दौरान बड़े पैमाने पर अनियमितताएं की गईं. उन्होंने कहा, ''नामांकन प्रक्रिया में विपक्ष-समर्थक कई उम्मीदवारों के नामांकन गलत तरीके से खारिज कर दिए गए. कई उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने के दौरान जरुरी अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) नहीं दिए गए. कई लोग, जिनका नामांकन गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था, पहले ही पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं.
हम पंचायत चुनाव रद्द नहीं करना चाहते- कांग्रेस
उन्होंने कहा, ''हम चाहते हैं कि चुनाव प्रक्रिया तीन हफ्ते के लिए टाल दी जाए. हम पंचायत चुनाव रद्द नहीं करना चाहते.'' बाजवा ने यह भी दावा किया कि पंचायत चुनाव के लिए एक जनवरी 2024 की मतदाता सूची के बजाय एक जनवरी 2023 की मतदाता सूची पर विचार किया गया है, जिस पर लोक सभा के दौरान विचार किया गया था.
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, ''कई मतदाता, जिन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान किया था, पंचायत चुनाव में वोट नहीं डाल पाएंगे.'' उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ AAP ने पंचायत चुनावों में धांधली के लिए हर गांव में 'सरपंच' और 'पंच' पदों के लिए फर्जी मतपत्र छपवाए हैं. उन्होंने कहा, हमारी मांग है कि मतपत्रों पर होलोग्राम लगाया जाना चाहिए.''
ये भी पढ़ें:
पंजाब के 20 गांवों में पंचायत चुनाव हुए रद्द, निर्विरोध चुने गए सरपंच, जानें पूरा मामला