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NCP नेता जीशान सिद्दीकी और क्रिकेटर रिंकू सिंह को धमकी देने वाले को लेकर बड़ा खुलासा! विदेशी व्यापारी को भी...
Mumbai News: NCP नेता जीशान सिद्दीकी और क्रिकेटर रिंकू सिंह को धमकी देने वाले आरोपी मोहम्मद दिलशाद नौशाद को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में आरोपी से जुड़े कई नए खुलासे किए.

दिवंगत बाबा सिद्दीकी के बेटे और NCP नेता जीशान सिद्दीकी और भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को धमकी देने वाले आरोपी मोहम्मद दिलशाद नौशाद का दायरा सिर्फ देश तक सीमित नहीं था. आरोपी ने विदेश के एक बड़े व्यापारी को भी धमकी भरे ईमेल भेजे थे.
यह खुलासा मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में हुआ है. जुलाई में त्रिनिदाद और टोबैगो से आरोपी का प्रत्यर्पण कराया गया था. पूछताछ और उसके ईमेल के विश्लेषण के दौरान कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं.
क्राइम ब्रांच की जांच में कई नए खुलासे
सूत्रों के अनुसार, मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने इस मामले में लगभग 90 पन्नों की चार्जशीट दायर की है. इसमें कुल 8 गवाहों के बयान शामिल किए गए हैं. इनमें दो बयान भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह के इवेंट मैनेजरों के हैं. एक मैनेजर पहले उनके साथ काम करता था, जबकि दूसरा अब भी इवेंट मैनेजमेंट संभाल रहा है. दोनों के बयान अगस्त 2025 में दर्ज किए गए थे.
रिंकू सिंह से मांगी थी 5 करोड़ की फिरौती
इवेंट मैनेजरों ने बताया कि रिंकू सिंह के नाम पर रोजाना कई ईमेल आते हैं, जिनमें कुछ असली काम से जुड़े होते हैं तो कुछ बेकार. इसलिए हर मेल की जांच तुरंत नहीं की जा पाती. उन्होंने कहा कि उन्हें आरोपी का मेल तब पता चला जब पुलिस ने जानकारी दी. आरोपी ने फरवरी 2025 में रिंकू को पहले आर्थिक मदद मांगते हुए ईमेल भेजा था. जब जवाब नहीं मिला तो उसने अंडरवर्ल्ड के नाम पर धमकी भरे मेल भेजने शुरू किए और रिंकू सिंह से 5 करोड़ रुपये की मांग की.
जीशान सिद्दीकी से मांगे थे 10 करोड़ रुपये
यह मामला तब सामने आया जब आरोपी ने NCP नेता जीशान सिद्दीकी को अंडरवर्ल्ड के नाम पर ईमेल भेजकर 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. अप्रैल 2025 में जीशान सिद्दीकी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें 19 से 21 अप्रैल के बीच जान से मारने की धमकी दी गई थी. मेल में लिखा था कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो उनका अंजाम उनके पिता बाबा सिद्दीकी जैसा होगा.
आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए D-Company और लॉरेंस बिश्नोई का नाम भी ईमेल में इस्तेमाल किया. इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल को सौंपी गई, जिसके बाद इंटरपोल के जरिए लुक आउट सर्कुलर जारी कर आरोपी को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया.
Source: IOCL
























