Malegaon Blast Case: कोर्ट में पेश हुईं प्रज्ञा ठाकुर, आरोपों पर कहा, 'हम जैसे लोग...'
Malegaon Blast Case 2008: मालेगांव ब्लास्ट केस की सुनवाई मुंबई की एक अदालत में चल रही है. इस सुनवाई में आरोपी प्रज्ञा ठाकुर की पेशी हुई. वह कुछ दिनों से बीमार थीं और सुधार के बाद कोर्ट आईं.

Mumbai News: बीजेपी की पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर मालेगांव ब्लास्ट 2008 केस में सुनवाई के लिए शुक्रवार (31 जनवरी) को मुंबई की एक अदालत में पेश हुईं. अदालत में पेशी के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कांग्रेस पर अपनी भड़ास निकाली और कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान जो मुझे प्रताड़ना मिली है उससे मेरे ब्रेन में चोट आई है. प्रज्ञा ने साथ ही कहा कि हम जैसे लोग देश के लिए आहूति देने वाले हैं.
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, ''मेरा स्वास्थ्य काफी खराब था. थोड़ा आराम मिला है चार पांच महीने बाद तो मैं आई हूं. कांग्रेस के शासन में जो टॉर्चर किया गया है, जो टॉर्चर उस वक्त एटीएस ने किया. मेरे ब्रेन में चोट आई है ब्रेन में जो स्वेलिंग हुई है उसी चोट के कारण आई हैं. चोटें उभरती हैं. मुझे दिखना बंद हुआ, बोलना और सुनना बंद हुआ. ट्रीटमेंट से आराम हुआ तो कोर्ट में पेश हुई हूं.''
#WATCH | Mumbai: Former BJP MP Sadhvi Pragya Singh Thakur appeared before Court today in connection with 2008 Malegaon blasts case in which she is an accused.
— ANI (@ANI) January 31, 2025
She says, "I was quite ill. But now, after 4-5 months, I am better so I have come here. ATS had tortured me during… pic.twitter.com/vfJ7UakJt1
कांग्रेस पर साधा निशाना
आरोपों पर प्रज्ञा ने कहा, ''मैं एक सन्यासी हूं. मुझ पर व्यक्तिगत कारणों से आरोप लगते या प्रताड़ित करते तो मैं इनको क्षमा कर देती लेकिन इन्होंने देशद्रोह किया. कानून का दुरुपयोग करते हुए यह काम किया. विश्व में देश को भगवा आतंकवाद घोषित करने का प्रयास किया. यूएन में भारत को भगवा आतंकवाद घोषित कर दें कांग्रेस की नीति रही है. वह गैर कानूनी था.''
प्रज्ञा ने कोर्ट से मांगीं ये चीजें
पूर्व सांसद ने कहा कि देश को बदनाम किया जाए यह स्वीकार नहीं है. हम जैसे लोग देश के लिए आहूत होना जानते हैं. देश को हानि नहीं पहुंचाते. देश को आंच आए तो हम जैसे लोग क्रांतिकारी और देशभक्त सदैव तैयार रहते हैं. पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने साथ ही कहा कि जब वह जेल से निकलीं तो उनका खाने का पात्र और भगवान को भोग लगाने का पात्र वहीं छूट गया इसलिए उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि उन्हें वह लौटाई जाए.
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