पत्रकार प्रशांत कोरटकर गिरफ्तार, छत्रपति शिवाजी महाराज पर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप
Prashant Koratkar Arrested: छत्रपति शिवाजी महाराज पर अपमानजनक टिप्पणी के मामले में पत्रकार प्रशांत कोरटकर को एक महीने बाद तेलंगाना से गिरफ्तार किया गया है. इंद्रजीत सावंत ने शिकायत दर्ज कराई थी.

Journalist Prashant Koratkar Arrested: छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में पत्रकार प्रशांत कोरटकर को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें तेलंगाना से पकड़ा गया है. कोरटकर पर छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे संभाजी महाराज का अपमान करने और इतिहासकार इंद्रजीत सावंत को धमकाने का आरोप है.
कल कोर्ट में किया जाएगा पेश
कोल्हापुर पुलिस प्रशांत कोराटकर को लेकर कोल्हापुर की ओर रवाना हो गई. तेरह घंटे की यात्रा के बाद प्रशांत कोराटकर को कोल्हापुर लाया जाएगा. कोल्हापुर लाए जाने के बाद कोराटकर की मेडिकल जांच की जाएगी. कल सुबह कोर्ट में पेश किया जाएगा.
जर्नलिस्ट प्रशांत कोरटकर ने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया है. इतिहासकार इंद्रजीत सावंत को धमकाने के बाद प्रशांत कोरटकर 25 फरवरी से फरार थे. नागपुर से फरार होने के बाद कोरटकर चंद्रपुर में छिपा हुआ था. जब कोल्हापुर पुलिस उसे गिरफ्तार करने गई तो वह वहां से भी फरार हो गए थे.
इंद्रजीत सावंत ने दर्ज कराई थी शिकायत
एबीपी माझा के मुताबिक प्रशांत कोरटकर को अब एक महीने बाद तेलंगाना से गिरफ्तार किया गया है. कोल्हापुर पुलिस वहां मामला दर्ज करने के बाद उसे हिरासत में लेगी. इंद्रजीत सावंत ने कोल्हापुर के जूना राजवाड़ा पुलिस स्टेशन में कोरटकर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इसलिए अब कोरटकर को कोल्हापुर लाया जाएगा.
क्या प्रशांत कोरटकर ने पुलिस के सामने सरेंडर किया?
प्रशांत कोरटकर की अंतरिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद उनके पास पुलिस के सामने सरेंडर करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था. प्रशांत कोरटकर ने पहले कोल्हापुर कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन किया था. कोल्हापुर कोर्ट की ओर से आवेदन खारिज किए जाने के बाद उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. लेकिन कोरटकर ने हाईकोर्ट में भी वही गलती की जो उन्होंने कोल्हापुर में की थी.
कोरटकर ने हाईकोर्ट में भी अंतरिम जमानत के लिए आवेदन किया लेकिन एक कोर्ट द्वारा अंतरिम जमानत आवेदन खारिज किए जाने के बाद उच्च अदालत ने भी जमानत स्वीकार नहीं की. इससे यह पता चलता है कि कोरटकर के पास कोई विकल्प नहीं है.
क्या है पूरा मामला?
पत्रकार प्रशांत कोरटकर ने 24 फरवरी 2025 को रात 12:08 बजे इतिहासकार इंद्रजीत सावंत को फोन किया था. उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में आपत्तिजनक बातें की थीं और सावंत को धमकाया था. पता चला है कि उन्होंने कोल्हापुर पुलिस बल में कार्यरत एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से इंद्रजीत सावंत का नंबर हासिल किया था. 25 फरवरी को इंद्रजीत सावंत की शिकायत के आधार पर कोल्हापुर के राजवाड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था.
कोरटकर ने 27 फरवरी को एक वीडियो बनाकर माफी मांगने की कोशिश की थी. 28 फरवरी को कोल्हापुर जिला अदालत ने उन्हें अग्रिम जमानत दे दी. कोल्हापुर पुलिस की ओर से अपना पक्ष रखने से पहले ही उनकी जमानत मंजूर कर ली गई. इसके बाद कोल्हापुर पुलिस ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील की. 18 मार्च को कोल्हापुर जिला अदालत ने कोरटकर की जमानत याचिका खारिज कर दी.
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Source: IOCL






















