Nagpur News: माधव नेत्रालय शिलान्यास कार्यक्रम में बोले CM देवेंद्र फडणवीस, 'दृष्टिहीनों को दृष्टि देने से बड़ा...'
Nagpur News: सीएम देवेंद्र फडणवीस ने माधव नेत्रालय को लेकर कहा कि स्वयंसेवक 30 वर्षों से लोगों को ज्योति देने और उसके संरक्षण का काम कर रहे हैं. यह मध्य भारत का महत्वपूर्ण नेत्र संस्थान है.

Nagpur Latest News: महाराष्ट्र के नागपुर में पीएम मोदी ने माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की नई एक्सटेंशन बिल्डिंग की आधारशिला रखी. इस मौके पर सीएम देवेंद्र फडणवीस भी वहां मौजूद थे. उन्होंने कहा कि माधव नेत्रालय दशकों से लोगों की सेवा में कार्यरत है. यह नेत्रालय बहुत जल्द देश भर के लोगों के लिए उपयोगी संस्था के रूप में उभरकर सामने आएगा.
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "यह गर्व की बात है कि आज माधव नेत्रालय का शिलान्यास हुआ है. दृष्टिहीनों को दृष्टि देने से बड़ा कोई ईश्वरीय कार्य नहीं है." इससे पहले एक्स पोस्ट में सीएम ने पीएम मोदी मोदी को 'विकसित भारत का शिल्पकार' बताया.
#WATCH | Nagpur: Maharashtra CM Devendra Fadnavis says "It is a matter of pride that the foundation stone of Madhav Netralaya has been laid today. There is no greater divine work than giving sight to the visually impaired and this work has been being done by Sangh volunteers for… https://t.co/iYFZ76vlYM pic.twitter.com/3RGMxJpLdh
— ANI (@ANI) March 30, 2025
उन्होंने आगे कहा, "यह काम संघ के स्वयंसेवक पिछले 30 वर्षों से कर रहे हैं. नागपुर में माधव नेत्रालय विदर्भ और महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे मध्य भारत के नेत्र रोगियों के लिए आगामी कुछ वर्षों के दौरान एक महत्वपूर्ण संस्थान के रूप में उभरकर सामने आएगा."
देश में ऐसी संस्थाओं का होना लाभकारी
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ये भी कहा कि माधव नेत्रालय ने कई लोगों के जीवन को रोशन करने का काम किया है. जब बड़े पैमाने पर नेत्रदान हो रहा है, तो देश में ऐसी संस्था का होना बहुत जरूरी और लाभकारी है."
इसके बाद PM ने नागपुर में ही माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की नई एक्सटेंशन बिल्डिंग की आधारशिला रखी. यहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए सबसे पहले देशवासियों को नवरात्रि और गुड़ी पड़वा की बधाई दी.
इसके बाद उन्होंने RSS के संस्थापकों डॉ. हेडगेवार और गोलवलकर व संविधान के निर्माता डॉ. आंबेडकर को याद किया. उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने इतिहास में बहुत कुछ झेला लेकिन नए-नए सामाजिक आंदोलनों के कारण देश की चेतना कभी आहत नहीं हो पाई.
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Source: IOCL
























