मराठी को लेकर मारपीट की घटना पर अबू आजमी ने राज ठाकरे को घेरा, बोले- 'दूसरे स्टेट से आए लोगों को मारना...'
Abu Azmi News: अबू आजमी ने कहा कि अगर मराठी बोलना जरूरी है तो उनको मराठी सिखाएं. जो यहां से पढ़े लिखे नहीं है और टेंपररी काम करने आए हैं, उन पर ज्यादती हो रही है. मुख्यमंत्री इस पर ध्यान दें.

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां उत्तर भारतीयों के साथ नफरत और हिंसा की राजनीति की जा रही है. रोजी रोटी कमाने मुंबई आने वाले निर्दोष गरीबों को बेरहमी से पीटा जा रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से आग्रह किया है कि इस तरह के मुद्दों पर वो ध्यान दें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.
अबू आजमी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ''भारत में हर स्टेट की अपनी जुबान है. गुजरात में गुजराती, महाराष्ट्र में मराठी, केरल में वहां की भाषा है. लेकिन मैं देख रहा हूं कि महाराष्ट्र में जो देश का आर्थिक स्टेट है, यहां बहुत सारे लोग बाहर से काम करने आते हैं. अभी मनसे कार्यकर्ताओं के जरिए जो लोग मराठी नहीं बोल रहे हैं, उन्हें मारा जा रहा है. मैं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का ध्यान दिलाना चाहता हूं कि ये वो परप्रांतीय लोग हैं जो यहां डेवलपमेंट का काम करते हैं.''
मराठी भाषा के नाम पर परप्रांतीयों - उत्तर भारतियों के साथ नफ़रत और हिंसा की राजनीति की जा रही है। रोज़ी-रोटी कमाने मुंबई आने वाले निर्दोष ग़रीबों को बेरहमी से पीटा जा रहा है — ये गुंडागर्दी सिर्फ़ ग़रीबों पर हो रही है, किसी बड़े कॉरपोरेट पर नहीं!
मैं हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मा.… pic.twitter.com/FAwFllwTsg— Abu Asim Azmi (@abuasimazmi) July 3, 2025
क्या दूसरे स्टेट से आए लोगों को मारना कानून बन गया- आजमी
उन्होंने आगे कहा, ''आप याद करें जब कोविड आया था और लोग मुंबई छोड़कर अपने-अपने गांव चले गए थे तो यहां की इंडस्ट्री, फैक्ट्री, यहां के बिल्डर्स परेशान थे और उन्हें हवाई जहाज, ट्रेन और बस का टिकट देकर बुला रहे थे कि आप जल्दी आ जाइए, विकास का काम नहीं हो रहा है. यानी विकास के काम में इनका बहुत बड़ा हाथ है. लेकिन इस तरह से गुंडागर्दी करना, दूसरे स्टेट से आए लोगों को मारना, मैं समझता हूं कि क्या ये कोई कानून बन गया है?''
'मराठी बोलना जरूरी है तो उनको मराठी सिखाएं'
अबू आजमी ने ये भी कहा, ''ठीक है अगर मराठी बोलना जरूरी है तो उनको मराठी सिखाएं. वो अगर यहां से पढ़े लिखे नहीं है और टेंपररी यहां काम करने आए हैं तो इन पर ज्यादती बढ़ती जा रही है, मुख्यमंत्री इस पर ध्यान दें. जो लोग भी इस तरह का काम कर रहे हैं, उनके ऊपर सख्त कार्रवाई हो. ये जमाने से चला आ रहा है कभी मराठी और हिंदी के बारे में तो कभी परप्रांतीय और महाराष्ट्र के बारे में. इस तरह की चीजें जो हो रही हैं, उसके बारे में मैं अपने पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव जी से भी कहूंगा कि पार्लियामेंट में इस मुद्दे को उठाएं.''
कॉरपोरेट के साथ ये ऐसा नहीं करते हैं- अबू आजमी
उन्होंने आगे कहा, ''एक तरफ पार्लियामेंट में एक कमेटी है जो हिंदी को प्रमोट करने के लिए काम करती है कि देश में हिंदी में काम हो. केंद्र सरकार के सारे काम हिंदी में होते हैं. ऐसे में देश के लोगों को इस तरह से मारा जाए, अपमानित किया जाए, रिक्शेवाले को मारा जाए, ये ठीक नहीं है. अगर इनको मारना है तो बड़े बड़े कॉरपोरेट जिनके पूरे भारत में बिजनेस हैं, जिनका हेड ऑफिस मुंबई में है, इनसे मराठी बोलने के लिए कहिए न. इनसे आप बात नहीं करेंगे. रिक्शेवाले, फेरेवाले को ये मारेंगे जो रोजी रोटी कमाने के लिए आए हैं. मुख्यमंत्री को इस पर ठोस कदम उठाना चाहिए. ऐसे लोगों के खिलाफ केस फाइल हो ताकि इनका मुंह बंद होना चाहिए.''
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