Sehore: निलंबन के बाद से लापता हुआ वन रक्षक, सोशल मीडिया पर वायरल हो गई चिट्ठी
MP News: सीहोर जिले में एक वन रक्षक को सस्पेंड कर दिया गया था. उसके बाद उसने उसी दिन एक चिट्ठी लिखी और यह चिट्ठी उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी. 27 मई से वह लापता है.

Sehore Crime News: सोशल मीडिया (Social Media) पर 'सुसाइट नोट' वायरल करने के बाद से ही सीहोर (Sehore) जिले का एक वनरक्षक लापता हैं. वनरक्षक की पत्नी ने शाहगंज थाना में पति की गुमसूदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. सीहोर डीएफओ एमएस डाबर ने भी पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी को वनरक्षक के गुम होने को लेकर अवगत कराया है. यह वनरक्षक 24 मई से निलंबित हुआ था और वह 27 मई से लापता हैं.
सीहोर डीएफओ एमएस डाबर ने पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी को बताया वन रक्षक काशीराम अहिरवार बीटगार्ड डुंगरिया ने व्हाट्सऐप ग्रुप पर सुसाइट नोट भेजा था और वह 27 मई से लापता है. इस संबंध में उनकी पत्नी और परिवार से संपर्क कर तलाश की गई, लेकिन उनकी पत्नी द्वारा भी उनके बारे में अनभिज्ञता व्यक्त की गई है. काशीराम के मोबाइल नंबर पर उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बीटगार्ड के दोनों मोबाइल नंबर बंद आ रहे हैं. इस संबंध में परिक्षेत्र सहायक शाहगंज में लिखित आवेदन दिया गया है. साथ ही 28 मई को काशीराम की पत्नी शीला अहिरवार द्वारा थाना शाहगंज में पति के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी.
वन रक्षक ने मानसिक प्रताड़ना का लगाया आरोप
दरअसल, काशीराम अहिरवार ने शाहगंज थाना प्रभारी के नाम सुसाइट नोट लिखकर व्हाटसप ग्रुप पर डाल दिया था. काशीराम ने मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था. सुसाइट नोट में लिखा था कि डिप्टी रेंजर अवध नारायण इवने मुन्ना महाराज के लिए पहाड़ी से मुरम की खुदाई करवा रहे हैं. वनरक्षक ने यह भी लिखा था कि इससे मिले पैसे से डिप्टी रेंजर अवध नारायण ने तीन एकड़ जमीन भी खरीदी हे. अहिरवार ने लिखा है कि इस खनन को रोकने का प्रयास किया तो मेरे खिलाफ झूठा मामला बनवाकर निलंबित करा दिया. इधर, इस मामले में सीसीएफ भोपाल राजेश खरे का कहना है कि बीट गार्ड अहिरवार की खोज कर रहे हैं, उसके मोबाइल की आखिरी लोकेशन बाड़ी बरेली की मिली है.
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