MP News: पुजारियों को सीएम शिवराज का तोहफा, मंदिर की जमीन नीलामी को लेकर नियमों में बदलाव
शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी.
MP Temple Land Right: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने यह घोषणा की कि अब मंदिर की नीलामी का अधिकारी कलेक्टर के पास नहीं बल्कि मंदिर के पुजारियों (Priests) के पास रहेगा. यह उन मंदिरों पर लागू होगा जिनके पास 10 एकड़ से ज्यादा जमीन है. इसके साथ ही 10 एकड़ तक की जमीन बेचने के बाद जो कमाई होगी वह भी पुजारी ही रख सकेंगे. यानी कि वह मंदिर के खाते में जाएगी. सीएम शिवराज ने यह घोषणा परशुराम जयंती के अवसर पर की है.
सरकार की ओर से की गई घोषणा के मुताबिक अगर किसी मंदिर की जमीन को नीलाम करना है या किसी को लीज पर देना है तो उसके लिए जिले के कलेक्टर से अनुमति की जरूरत नहीं होगी. अगर जमीन 10 एकड़ तक है तो आय की राशि पुजारी के पास रहेगी और अगर उससे अधिक है तो फिर वह मंदिर के खाते में जमा होगी. दरअसल, पहले के नियम के तहत इन मंदिरों के प्रशासक जिले के कलेक्टर होते हैं. उनकी मंजूरी पर ही मंदिरों से जुड़े निर्णय लिए जाते हैं. हालांकि अब ऐसा नहीं होगा.
संस्कृत के छात्रों को मिलेगी छात्रवृत्ति
शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में गुफा मंदिर परिसर में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में आठवीं कक्षा तक के पौराणिक चरित्रों के पाठ पढ़ाए जाएं. जरूरत पड़ी तो प्रदेश में संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. सीएम शिवराज ने कहा, 'सरकारी स्कूलों में संस्कृत शिक्षकों की भर्ती शुरू कर दी गई है. भगवान परशुराम के जीवन को कक्षा की आठवीं पुस्तक में शामिल किया गया. हम केवल अकबर को ही नहीं पढ़ाएंगे, हम राम और परशुराम को भी पढ़ाएंगे. हम इतिहास को सही ढंग से लिखने की कोशिश करेंगे.'
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