करोड़ों की नई जेल से भागना नामुमकिन, थर्ड जेंडर के लिए दो बैरक, कितनी टाइट होगी सिक्योरिटी?
MP News: इंदौर की नई जेल अब हाईटेक बनेगी, जिसमें थर्ड जेंडर के लिए दो बैरक होंगी. सुविधाओं में आधुनिक अस्पताल, ओपन थिएटर और महिला बैरक में खास इंतजाम शामिल हैं.
Indore News: मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर की जेल को अब पूरी तरह हाईटेक बनाया जा रहा है. सांवेर रोड पर बन रही नई जेल में थर्ड जेंडर के लिए भी दो बैरक रखे गए हैं. जेल को तैयार होने में अभी 2 साल का वक्त लगेगा लेकिन इस नई जेल के बनने के बाद सेंट्रल जेल में क्षमता से अधिक रहे कैदियों को राहत मिलेगी.
सांवेर रोड पर नई जेल का निर्माण कार्य अब तेज हो गया है. वैसे तो तीन चरणों में बनने वाली यह जेल साल 2002 से लगातार बन रही है लेकिन इस जेल का काम दो चरणों में ही पूर्ण होगा. पहले चरण का कार्य 60 करोड़ रुपए की लागत से हो चुका है.
अब दूसरे और तीसरे चरण को मिलाकर एक ही फेज कर दिया गया है. सेंट्रल जेल इंदौर की जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि द्वितीय और तृतीय चरण को मिलाकर एक ही फेज बनाकर सरकार 217.73 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है. इसी के साथ नई जेल के टेंडर भी हो चुके हैं.
यह जेल साल 2026 में पूरी हो जाएगी. इसकी क्षमता 3000 बंदियों की रहेगी. सांवेर रोड पर बना रही जेल को काफी हाईटेक इंतजामों के साथ तैयार किया जा रहा है. यहां पर मुलाकात कक्ष भी देखने लायक होगा. इसके अलावा थर्ड जेंडर के लिए दो बैरक रखे गए हैं. इनमें एक बैरक थर्ड जेंडर (महिला) और दूसरा बैरक थर्ड जेंडर (पुरुष) का रहेगा.
जेल में सुविधा के साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सांवेर रोड पर बन रही नई जेल में जहां एक तरफ कैदियों के लिए सुविधा का इंतजाम किया गया है, वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा को लेकर भी कड़े इंतजाम रहेंगे. जेल में आधुनिक अस्पताल और सांस्कृतिक व अन्य कार्यक्रमों के लिए ओपन थिएटर बनाया गया है. इसके अलावा महिला बैरक में भी खास सुविधाएं दी गई है. जेल में सुरक्षा को लेकर काफी तगड़े इंतजाम रहेंगे. यह जेल डबल वॉल वाली जेल रहेगी. इसके अलावा दीवारों पर इलेक्ट्रिक फेंसिंग भी होगी. वही वॉच टावर तथा सीसीटीवी कैमरे भी चप्पे-चप्पे पर लगाए जाएंगे.
सेंट्रल जेल के कैदियों को मिलेगी राहत
इंदौर की केंद्रीय जेल में 1200 कैदियों के रखने की क्षमता है, जबकि वर्तमान में क्षमता से दोगुना 2400 कैदी जेल में बंद है. नई जेल की क्षमता 3000 कैदियों की है. ऐसी स्थिति में नहीं जेल बनने के बाद क्षमता से अधिक रह रहे बंदियों को थोड़ी राहत मिल जाएगी. नई जेल में अंडा सेल भी बनाया जा रहा है.
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