'पाकिस्तान का...', ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच बताने वाले प्रतिनिधिमंडल में नाम होने पर निशिकांत दुबे की पहली प्रतिक्रिया
Operation Sindoor India: बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा है कि मैं और AIMIM असदुद्दीन ओवैसी एक साथ भारत के लोकतंत्र तथा मुसलमानों को भारत में मिले सम्मान, स्वाभिमान तथा समानता के बारे में बताएंगे.

Nishikant Dubey Reaction: केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद का सच पूरी दुनिया को बताने के लिए सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का शनिवार देर शाम को ऐलान किया. अलग-अलग देशों का दौरा करने के लिए गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में अपना नाम शामिल होने पर झारखंड के डोडा से बीजेपी सांसद डॉ. निशिकांत दुबे की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक्स पर कहा, "केंद्र सरकार ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का सच दुनिया के सामने रखने के लिए गठित कमेटी में मुझे भी शामिल किया गया है. हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं कि उन्होंने मुझे 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद दुनिया के सामने पाकिस्तान की कारगुजारियों तथा भारत के आतंकवाद के खिलाफ 78 साल से हमारे संघर्ष को मुस्लिम देशों को बताने के लिए चुना है. लोकतंत्र का सबसे खूबसूरत चेहरा मैं और एआईएमआईएम असदुद्दीन ओवैसी एक साथ भारत के लोकतंत्र तथा मुसलमानों के भारत में मिले सम्मान, स्वाभिमान तथा समानता को बताएंगे."
इंडोनेशिया तथा पाकिस्तान के बाद हम दुनिया के तीसरे मुस्लिम बाहुल्य देश हैं । जम्मू कश्मीर के आतंकवाद से मुस्लिम भी उतने ही प्रभावित हैं जितने हिंदू । सऊदी अरब में OIC यानि मुस्लिम देशों के संगठन का कार्यालय है ।हम अपने मिशन में कामयाब होंगे,पाकिस्तान का क्रूर चेहरा दुनिया के…
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 18, 2025
निशिकांत दुबे ने आगे कहा, "इंडोनेशिया तथा पाकिस्तान के बाद हम दुनिया के तीसरे मुस्लिम बाहुल्य देश हैं. जम्मू कश्मीर के आतंकवाद से मुस्लिम भी उतने ही प्रभावित हैं जितने हिंदू. सऊदी अरब में ओआईसी यानि मुस्लिम देशों के संगठन का कार्यालय है. हम अपने मिशन में कामयाब होंगे. पाकिस्तान का क्रूर चेहरा दुनिया के सामने होगा. आतंकवाद का खात्मा अवश्यम्भावी है. जय हिंद जय भारत."
बैजयंत पांडा की अध्यक्षता वाली समिति में शामिल सदस्य
बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा की अध्यक्षता वाला प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जाएगा. इस प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी से निशिकांत दुबे, पी कोन्याक, रेखा शर्मा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, राजनयिक हर्ष श्रृंगला और सांसद सतनाम सिंह संधू शामिल हैं.
दरअसल, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने का भारत का संदेश लेकर सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विदेश भेजने का केंद्र सरकार ने फैसला लिया है. ये प्रतिनिधिमंडल दुनिया के देशों को बताएंगे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और आतंकवाद का सच क्या है? 7 में से 4 प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व सत्तारूढ़ दलों के नेता जबकि तीन की अगुवाई विपक्षी दलों के नेता करेंगे.
विपक्ष ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के मामले पर सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री थरूर ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों पर भारत के हमलों का बचाव और भारत-पाक संघर्ष पर सत्तारूढ़ गठबंधन के सख्त रुख का समर्थन किया है.
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में भारत एकजुट है. सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे. वे आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के हमारे साझा संदेश को लेकर जाएंगे.’’
किरेन रीजीजू ने आगे कहा, ‘‘यह राजनीति से ऊपर, मतभेदों से परे राष्ट्रीय एकता का एक शक्तिशाली प्रतिबिंब है.’’ सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों की प्रस्तावित यात्राएं ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई से संबंधित हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में किसी भी आतंकवादी कृत्य को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा.
Source: IOCL






















