Ganesh Chaturthi: जमशेदपुर के पंडाल में बनाया गया भगवान गणेश का आधार कार्ड, स्कैन करके करिए दर्शन
Ganesh Chaturthi in Jamshedpur: भारत में हर साल गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है और हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिरों और 'गणेशोत्सव पंडालों' में प्रार्थना करने आते हैं.

Ganesh Chaturthi 2022: देशभर में गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. कई जगह बने पंडालों में भी अनोखी थीम देखने को मिलती है. ऐसा ही कुछ झारखंड के जमशेदपुर में देखने को मिला है. जहां आधार कार्ड के आकार का पंडाल तैयार किया गया है. इसमें कैलाश में भगवान गणेश के पते और छठी शताब्दी के दौरान उनकी जन्मतिथि की जानकारी दी गई है. आधार कार्ड में एक कट-आउट बना है जिसके अंदर देवता की मूर्ति रखी है. इसके किनारे एक बारकोड भी दिया गया जिससे स्कैन करने पर, स्क्रीन पर भगवान गणेश की छवियों के लिए एक गूगल लिंक खुल जाता है. आधार कार्ड पर दिया गया पता उस पर श्री गणेश पुत्र महादेव, कैलाश पर्वत, शीर्ष तल, निकट, मानसरोवर, झील, कैलाश पिनकोड - 000001 और जन्म का वर्ष 01/01/600 सीई लिखा है.
फेसबुक थीम से आया आइडिया
इस गणेश पंडाल के आयोजक, सरव कुमार ने बताया, कि उन्हें इस आधार कार्ड-थीम वाले पंडाल को बनाने का आइडिया कोलकाता जाने के बाद आया. जहां एक फेसबुक थीम पंडाल बनाया गया था. उन्होंने कहा, "एक बार जब मैं कोलकाता का दौरा कर रहा था, तो मैंने वहां एक फेसबुक थीम वाला पंडाल देखा. चूंकि मैं भी गणेश पूजा करता हूं, इसलिए मेरे दिमाग में यह आया कि मुझे भी कुछ अनोखा करना चाहिए. इसलिए मुझे आधार कार्ड पंडाल का विचार आया."
ताकि लोग हों प्रेरित
कुमार का उद्देश्य अपने अनूठे पंडाल के माध्यम से एक महत्वपूर्ण संदेश देना भी है. वह यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि जिन लोगों के आधार कार्ड नहीं बने हैं, वे इसे जल्द से जल्द बनवा लें क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है. उन्होंने कहा कि, "जब भगवान के पास आधार कार्ड हो सकता है, तो शायद जिन लोगों ने अपना आधार कार्ड नहीं बनावाया है, वे प्रेरित हो सकते हैं और इसका अनुसरण कर सकते हैं."
सेल्फी ले रहे लोग
कई लोगों को इस अनोखे थीम वाले गणेश पंडाल का आनंद लेते और इसके साथ तस्वीरें और सेल्फी लेते हुए देखा गया है.भारत में हर साल गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है और हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिरों और 'गणेशोत्सव पंडालों' में प्रार्थना करने आते हैं. दस दिवसीय यह शुभ पर्व चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होकर अनंत चतुर्दशी को समाप्त होता है. ज्ञान और सौभाग्य के देवता भगवान गणेश के भक्त भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के दौरान उनका जन्म दिवस मनाते हैं.
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Source: IOCL





















