मुस्लिम छात्रों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग, वैष्णो देवी कॉलेज में बढ़ा विवाद
Jammu : वैष्णो देवी इंस्टिट्यूट में 50 में से 42 मुस्लिम छात्रों के चयन पर विवाद बढ़ा गया है. संघर्ष समिति ने हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया और छात्रों को दूसरे इंस्टिट्यूट में शिफ्ट करने की मांग की है.

जम्मू में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा संचालित माता वैष्णो देवी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस में 50 में से 42 मुस्लिम छात्रों के चयन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इन मुस्लिम छात्रों को इस इंस्टिट्यूट से बाहर निकालने के लिए श्री माता वैष्णो देवी शंकर समिति ने जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शन किया.
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधीन आने वाले वैष्णो देवी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस में 50 में से 42 मुस्लिम छात्रों को इस इंस्टिट्यूट से निकलकर किसी दूसरे इंस्टिट्यूट में दाखिला देने का मुद्दा तेजी से फैल रहा है. इस मामले की अगुवाई कर रहे श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने बुधवार (17 दिसंबर) को जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोरदार प्रदर्शन किया और यहां यातायात को जाम किया.
समिति के सदस्यों ने राष्ट्रीय राजमार्ग किया बंद
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति लगातार माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी. हाईवे पर पहुंचे श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को बाधित किया. इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की लेकिन इसके बावजूद श्री माता वैष्णो देवी शंकर समिति के कार्यकर्ता हाईवे से नहीं हटे. इस प्रदर्शन के दौरान कई जगह पर श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति और पुलिस के बीच धक्का मुक्की हुई.
मुस्लिम छात्रों को दूसरे इंस्टिट्यूट में किया जाए शिफ्ट- समिति
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के साथ जम्मू की करीब 60 अन्य संस्थाएं हैं. उन्होंने एक बार दोबारा मांग की है कि इस संस्था में जितने भी मुस्लिम छात्रों का दाखिला हुआ है उन्हें इस इंस्टिट्यूट से रद्द कर किसी दूसरे इंस्टिट्यूट में शिफ्ट किया जाना चाहिए. संस्था ने आरोप लगाया है कि इस इंस्टिट्यूट में दाखिले की प्रक्रिया बड़ी गुपचुप रखी गई और इस दाखिले में कहीं धांधलियां हुई है.
सिर्फ हिंदुओं के लिए हो आरक्षित इंस्टिट्यूट- समिति
संस्था ने मांग की है कि इस इंस्टिट्यूट को सिर्फ हिंदुओं के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए और इसीलिए वह यह निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति का यह भी दावा है कि अगर इस बार उन्होंने अपना संघर्ष बिना मकसद तक पहुंच खत्म किया तो अगले साल फिर इसी तरीके की घटनाएं होंगी जिससे वह नहीं होने देंगे.
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