कटरा से घाटी के लिए शुरू होगी पहली ट्रेन, PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडी, दशकों का इंतजार होगा खत्म
Indian Railways: कश्मीर को ट्रेन से जोड़ने का कई वर्षों का इंतजार 19 अप्रैल को खत्म हो जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कटरा से घाटी के लिए पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे.

PM Modi: कश्मीर को ट्रेन से जोड़ने का कई वर्षों का इंतजार 19 अप्रैल को खत्म हो जाएगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटरा से घाटी के लिए पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इससे कश्मीर के लिए सीधी ट्रेन का कई दशकों का इंतजार खत्म हो जाएगा, क्योंकि वर्तमान में संगलदान से बारामूला के बीच ट्रेन सेवाएं चालू हैं.
हरी झंडी दिखाने से एक नई शुरुआत होगी, क्योंकि देश भर से ट्रेन अब सीधे कटरा पहुंचेगी, जहां से कश्मीर के लिए ट्रेन पकड़ी जा सकेगी. इस परियोजना पर 41,000 करोड़ रुपये की लागत आई है और इसे पूरा होने में 15 साल से अधिक का समय लगा है.
जुलाई-अगस्त में जम्मू से परिचालन कर देगी शुरू
शुरुआत में ट्रेन कटरा से बारामूला तक चलेगी और जम्मू रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्मों की संख्या बढ़ाने सहित विस्तार कार्य पूरा होने के बाद, घाटी के लिए ट्रेन संभवतः जुलाई-अगस्त में जम्मू से परिचालन शुरू कर देगी.
अधिकारियों के अनुसार, सफल ट्रायल रन और ट्रेन तथा यात्रियों की सुरक्षा के लिए मंजूरी मिलने के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने 19 अप्रैल को कश्मीर के लिए पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाने की मंजूरी दे दी है. इस समारोह में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित अन्य लोग शामिल होंगे.
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 अप्रैल की सुबह उधमपुर में सेना के हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे और फिर रियासी जिले में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के लिए उड़ान भरेंगे. वह इस पुल का निरीक्षण करेंगे जो न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में इंजीनियरिंग का एक चमत्कार बन गया है.
ट्रेन के कई ट्रायल रहे हैं सफल
प्रधानमंत्री नई दिल्ली लौटने से पहले पवित्र शहर में एक रैली को संबोधित भी करेंगे. कटरा से बारामूला तक वंदे भारत सहित ट्रेन के कई ट्रायल सफल रहे हैं और अब सुरक्षा मुद्दों को भी ध्यान में रखा गया है.
209 किलोमीटर का काम चरणों में किया गया पूरा
कुल 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना में से 209 किलोमीटर का काम चरणों में पूरा किया गया, जिसमें 118 किलोमीटर का काजीगुंड-बारामूला खंड का पहला चरण अक्टूबर 2009 में शुरू हुआ, इसके बाद जून 2013 में 18 किलोमीटर का बनिहाल-काजीगुंड, जुलाई 2014 में 25 किलोमीटर का उधमपुर-कटरा और पिछले साल फरवरी में 48.1 किलोमीटर लंबा बनिहाल-संगलदान खंड शुरू हुआ.
46 किलोमीटर लंबे संगलदान-रियासी खंड का काम भी पिछले साल जून में पूरा हो गया था, जिससे रियासी और कटरा के बीच कुल 17 किलोमीटर का हिस्सा बचा है, जिसे भी करीब तीन महीने पहले पूरा किया गया, जिसके बाद वंदे भारत सहित विभिन्न ट्रेनों के परीक्षण शुरू हुए.
4 जनवरी को कटरा-बनिहाल सेक्शन पर इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल ट्रायल रन किया गया, जिसमें अंजी खाद और चेनाब पुल के दो प्रमुख मील के पत्थर शामिल हैं.
कश्मीर को एक नई विशेष रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलेगी. यह नई सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन कटरा और श्रीनगर को जोड़ेगी. कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली नई सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन J&K में तीसरी ऐसी ट्रेन होगी.
ट्रेन को उन्नत हीटिंग सिस्टम से किया गया है लैस
कटरा और श्रीनगर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को विशेष रूप से एंटी-फ्रीजिंग सुविधाओं के साथ डिजाइन किया गया है. चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) द्वारा निर्मित, यह नई वंदे भारत ट्रेन बेहद ठंडी परिस्थितियों में भी आसानी से चल सकती है, यानी -20 डिग्री सेल्सियस से भी कम तापमान पर यात्रियों और ड्राइवरों के आराम को सुनिश्चित करने के लिए, ट्रेन को उन्नत हीटिंग सिस्टम से लैस किया गया है.
कश्मीर घाटी के लिए वंदे भारत ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे और इमरजेंसी टॉक बैक यूनिट सहित कई सुरक्षा सुविधाएं हैं. ट्रेन में बुलेटप्रूफ खिड़कियां नहीं हैं, लेकिन इसमें शैटरप्रूफ खिड़कियां हैं.
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Source: IOCL























