जम्मू कश्मीर: नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा बोले- कश्मीर में अब नया दौर, खुल रहे स्कूल, कोई बंद नहीं, NC पर साधा निशाना
Jammu Kashmir Politics: बीजेपी नेता सुनील शर्मा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर ने पिछले कुछ वर्षों में अशांति और बंद से निकलकर शांति और विकास की दिशा में अहम बदलाव किया है. जनजीवन सामान्य हो गया है.

Jammu Kashmir Politics: जम्मू-कश्मीर के प्रति बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के दृष्टिकोण का जोरदार बचाव करते हुए विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने शनिवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश ने हाल के वर्षों में हिंसा और बंद से शांति और आर्थिक पुनरुद्धार की ओर नाटकीय बदलाव देखा है.
श्रीनगर में एक प्रेस वार्ता में बोलते हुए शर्मा ने श्रीनगर के डाउनटाउन में स्पष्ट बदलाव का उल्लेख किया, जो कभी विरोध और हड़ताल का केंद्र हुआ करता था. उन्होंने कहा, "अब कोई बंद नहीं है, स्कूल खुल रहे हैं, व्यवसाय खुले हैं और जीवन सामान्य है. यह कश्मीर का नया चेहरा है."
'केंद्र की समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्धता'
बीजेपी नेता ने समावेशी विकास के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, यह सुनिश्चित करते हुए कि सभी केंद्र प्रायोजित योजनाएं समाज के हर वर्ग को लाभान्वित करती रहें. हालांकि, शर्मा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) पर भी कटाक्ष किया और पार्टी पर बजट सत्र के महत्वपूर्ण अंतिम दिनों में विधानसभा की कार्यवाही को बाधित करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, "वे गंभीर चर्चा से बचते रहे और बार-बार बाहर चले गए." उन्होंने कहा कि एनसी सार्वजनिक जांच से बचने का प्रयास कर रही है. शर्मा ने एनसी और पीडीपी सरकारों के पिछले रिकॉर्ड की आलोचना करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, उन पर बदमाशों को पनपने देने और सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम जैसे कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करने में विफल रहने का आरोप लगाया.
एनसी की भूमिका पर सवाल
उन्होंने कहा, "हमने वहां कार्रवाई की, जहां वे विफल रहे. हमने विघटनकारी तत्वों को जेल में डाला और लोगों की जान बचाई." बीजेपी नेता ने अलगाववादी मसरत आलम की विवादास्पद रिहाई पर भी बात की और एनसी पर मुफ्ती मोहम्मद सईद की सरकार के दौरान इस कदम का जश्न मनाने का आरोप लगाया.
राज्य के दर्जे के मामले पर शर्मा ने स्पष्ट किया कि इसकी बहाली बीजेपी के रोडमैप का हिस्सा है. उन्होंने कहा, "यह सही समय पर होगा, लेकिन क्या विधानसभा के अंदर सांप्रदायिक नारे लगाने से प्रक्रिया में तेजी नहीं आएगी."
बीजेपी सरकार में शांति और सुरक्षा की स्थिति पर जोर
उन्होंने कहा कि सत्ता में रहने के दौरान अपने ही कैडर की हत्याओं पर एनसी से आत्मनिरीक्षण करने का आह्वान करते हुए शर्मा ने जवाबदेही की मांग की और कहा, "गृह मंत्रालय में अमित शाह के नेतृत्व में एक भी एनसी कार्यकर्ता की हत्या नहीं हुई है.
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Source: IOCL






















