Jammu Kashmir: कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट के घर पहुंचे बीजेपी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम, आतंकवादियों ने गोली मारकर की थी हत्या
बाजेपी के जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना और पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता ने कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट के घर पहुंचे. बीते दिनों पूरन कृष्ण भट की हत्या कर दी गई थी.
Jammu Kashmir: बीजेपी (BJP) की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना (Ravinder Raina) ने अपनी पार्टी के सहयोगी और पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता (Kavinder Gupta ) के साथ मंगलवार को जम्मू में कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट (Puran Krishna Bhat) के आवास का दौरा किया. उन्होंने उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं. पार्टी के एक प्रवक्ता की ओर से यह जानकारी दी गई. भट की दक्षिण कश्मीर के शोपियां (Shopian) जिले में उनके पैतृक आवास के बाहर आतंकवादियों ने शनिवार को गोली मारकर हत्या कर दी थी.
बाजेपी प्रवक्ता ने बताया कि रैना और गुप्ता ने जम्मू के बाहरी इलाके में स्थित मुथी में भट के आवास का दौरा किया और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं. रैना ने कहा कि परिवार को न्याय दिलाया जाएगा. पूरन भट्ट का 16 अक्टूबर को अंतिम संस्कार किया गया था. इस घटना के बाद से घाटी के लोगों में रोष बना हुआ है. एक बार फिर से कश्मीर में आंतकियों ने पंडितों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. वहीं, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने भी घटना पर दुख जताया था.
आंतकियों ने पूरन कृष्ण को मार दी थी गोली
दरअसल, शोपियां के चौदरीगुंड गांव में आंतकियों ने पूरन कृष्ण को गोली मार दी थी. सूचना मिलने पर गंभीर हाल में उसे अस्पताल ले जाया गया था. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था. मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर कहा था कि पीड़ित परिवार के प्रति उनकी हार्दिक संवेदना है. उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया है कि इस हमले में शामिल आतंकियों और उनका साथ देने वाले अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.
KFF ने ली थी हत्या की जिम्मेदारी
कश्मीरी पंडित की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर फ्रीडम फाइटर (KFF) ने ली थी. केएएफ एक आतंकवादी ग्रुप है. आंतकियों ने पूरन कृष्ण भट्ट के घर के पास ही उनपर हमला किया था. बीते दिनों सैकड़ों की संख्या में कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने अपने समुदाय के सदस्य की हत्या के विरोध में जम्मू-अखनूर हाइवे को भी जाम रखा था. कश्मीर पंडित लंबे समय से घाटी में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.