अमरनाथ यात्रा में 21 दिनों में 3.42 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में अब तक 3.42 लाख श्रद्धालु अमरनाथ गुफा के दर्शन कर चुके हैं. यात्रा शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से चल रही है. सुरक्षा के लिए 8,000 से अधिक कमांडो तैनात किए गए हैं.

जम्मू-कश्मीर में एक सप्ताह से खराब मौसम के बावजूद अब तक 3.42 लाख से ज्यादा यात्री अमरनाथ पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं, जबकि 3,500 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था गुरुवार (24 जुलाई) को जम्मू से दोनों आधार शिविरों की ओर अपनी यात्रा शुरू कर चुका है.
अधिकारियों ने बताया है कि पिछले 21 दिनों में 3.42 लाख से ज्यादा यात्री अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं, क्योंकि तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ लगातार जारी है. इस साल यात्रा करने वाले 3.50 लाख यात्रियों का आधिकारिक अनुमानित आंकड़ा पार होने की संभावना है, जबकि इस साल की यात्रा के समापन में अभी 17 दिन बाकी हैं.
दूसरा काफिला पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना
यात्रा शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से चल रही है और इसने श्रद्धालुओं को रिकॉर्ड संख्या में आने के लिए प्रोत्साहित किया है. पिछले 21 दिनों में 3.42 लाख से ज्यादा लोगों ने दर्शन किए हैं. इसी तरह 3,500 यात्रियों का एक और जत्था गुरुवार को जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ.
अधिकारियों ने बताया, इनमें से 832 यात्रियों को लेकर 45 वाहनों का पहला सुरक्षा काफिला सुबह 3:25 बजे बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ, जबकि 2,668 यात्रियों को लेकर 95 वाहनों का दूसरा काफिला सुबह 4:01 बजे पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना हुआ.
छड़ी मुबारक का भूमि पूजन 10 जुलाई को पहलगाम में किया
छड़ी मुबारक (भगवान शिव का पवित्र निवास) का भूमि पूजन 10 जुलाई को पहलगाम में किया गया. इसके बाद छड़ी मुबारक को दशनामी अखाड़ा भवन में उसके स्थान पर वापस ले जाया गया.
यह 4 अगस्त को श्रीनगर स्थित दशनामी अखाड़ा मंदिर से गुफा मंदिर की ओर अपनी अंतिम यात्रा शुरू करेगी और 9 अगस्त को पवित्र गुफा मंदिर पहुंचेगी, जो यात्रा का आधिकारिक समापन होगा.
पुलिस बलों की 180 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई
अधिकारियों ने इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए व्यापक, बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है, क्योंकि यह यात्रा 22 अप्रैल के कायराना हमले के बाद हो रही है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन मैदान में आस्था के आधार पर 26 नागरिकों को अलग-थलग करके उनकी हत्या कर दी थी.
सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस की मौजूदा संख्या बढ़ाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 180 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं. सेना ने इस वर्ष तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए 8,000 से अधिक विशेष कमांडो तैनात किए हैं.
यह यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी, जो श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के साथ मेल खाता है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























