चीन-पाकिस्तान पर फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान, 'हमारे पड़ोसी ताकतवर', आतंकवाद पर दिया 'चैलेंज'
Farooq Abdullah News: फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम भ्रम में जी रहे हैं कि शांति अचानक आ जाएगी. चीन हो या पाकिस्तान, हमारे पड़ोसी ताकतवर हैं.

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के मंगलवार (5 अगस्त) को नौ साल पूरे हो जाएंगे. इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ और जम्मू-कश्मीर के चीफ फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर के हालात पर सोमवार (4 अगस्त) को बड़ा बयान दिया. उन्होंने दावे के साथ कहा कि जब तक पड़ोसी के साथ हालात बेहतर नहीं होंगे तब तक यहां आतंकवाद खत्म नहीं हुआ. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रिश्तों को भी कश्मीर के हालात से जोड़ा. इसके साथ ही उन्होंने चीन और पाकिस्तान को ताकतवर पड़ोसी बताया.
अचानक ट्रंप पाकिस्तान के साथ ज्यादा दोस्ताना हो गए- फारूक
न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर पर दोनों नेताओं की सोच का फर्क सबको प्रभावित कर रहा है. अब अचानक ट्रंप पाकिस्तान के साथ ज्यादा दोस्ताना हो गए हैं. अमेरिका हमें कहता है कि हम रूसी तेल न लें, लेकिन पाकिस्तान से कहता है कि वह उन्हें कच्चा तेल भेजेगा और वहां रिफाइनिंग होगी जिससे पेट्रोल-डीज़ल के दाम घटेंगे. इस तरह वे उस देश को मजबूत बना रहे हैं. चीन तो पहले से ही उनके पीछे है.
#WATCH | शोपियां, जम्मू-कश्मीर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने कहा, "जो ये समझते हैं कि आतंकवाद खत्म होगा, मैं उन्हें दावा करता हूं कि जब तक हमारे पड़ोसी और उनके हालात बेहतर नहीं होंगे तब तक यह खत्म नहीं होगा." pic.twitter.com/GxhQU2iI4B
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 4, 2025
हमारे पड़ोसी हमारे दोस्त नहीं हैं- पूर्व सीएम
इसके आगे उन्होंने कहा, "हमारे पड़ोसी हमारे दोस्त नहीं हैं. बताइए, कौन-सा पड़ोसी देश हमारा मित्र है? हमने यह दिखाने की कोशिश की है कि हम उनसे अधिक ताकतवर हैं, जबकि हमें यह सोचना चाहिए कि हम सब साथ मिलकर चलें. इंदिरा गांधी ने इसलिए ही सार्क की स्थापना की थी कि आसपास के देश मिलकर क्षेत्रीय समस्याओं का समाधान करें, आर्थिक विकास करें, और शांति बनाए रखें."
हमारे पड़ोसी ताकतवर हैं, चाहे वह चीन हो या पाकिस्तान- फारूक
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, "मैं आज शांति आते नहीं देखता. मुझे लगता है हम एक भ्रम में जी रहे हैं कि शांति अचानक आ जाएगी. हमारे पड़ोसी ताकतवर हैं, चाहे वह चीन हो या पाकिस्तान. हमें कोई हल खोजना ही होगा. युद्ध कोई हल नहीं है. अंत में समाधान बातचीत से ही निकलता है."
जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा के सवाल पर क्या बोले?
क्या आपको लगता है कि राज्य का दर्जा फिर से बहाल होगा? इस पर उन्होंने कहा, "हां, मुझे पूरा यकीन है कि उन्हें बहाल करना ही होगा. इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है."
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Source: IOCL























