पानीपत में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, प्रशासन अलर्ट, राहत और बचाव की पूरी तैयारी
Panipat Flood Alert: पानीपत में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है, पर प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। तमाशाबाद समेत आठ गांवों में बाढ़ का खतरा है.

हरियाणा के पानीपत में यमुना का जलस्तर 231.95 मीटर हो गया. यह खतरे के निशान से ऊपर है. डीसी वीरेंद्र दहिया और एसपी भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है. बाढ़ का कोई तत्काल खतरा नहीं है. प्रशासन सतर्क है. राहत और बचाव की पूरी तैयारी है. जलस्तर शाम तक कम होने की उम्मीद है. लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा गया है. प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
पानीपत यमुना नदी से सटे तमाशाबाद, पत्थर गढ़ , नवादा मिर्जापुर , राणा माजरा सहित आठ गांवों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. तीन गांव में अलग-अलग जगह पर तटबंध भी टूट गए थे, लेकिन प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है, दिन-रात लगातार प्रशासन व्यवस्था करवाने में जुटा हुआ है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की सुविधाओं का सामना न करना पड़े.
'डूब चुकी है खड़ी फसल'
बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए जेसीबी रेत से भरे हुए कट्टे व अन्य संसाधन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. बता दे कि किसानों का यमुना जल स्तर से काफी नुकसान हुआ है पानी खेतों में भर चुका है, जिसमें खेतों में खड़ी फसल भी डूब चुकी है, किसानों को लगातार बाढ़ का खतरा सता रहा है.
आम लोगों से पैनिक न लेने की की है अपील
वहीं जिला उपायुक्त वीरेंद्र कुमार दहिया ने कहा कि उन्होंने यमुना इलाके का निरीक्षण किया है पानीपत में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है और ना फिलहाल ऐसे हालात बने हुए है. उन्होंने कहा कि हथनी कुंड बैराज का बीती रात पानीपत में पानी पहुंचा है उसी को ज्यादा खतरा लग रहा था जो अब पानीपत से आगे निकल चुका है.पानीपत में तटबंध टूटने का डर बना हुआ था फिलहाल पानीपत में कोई भी तटबंध नहीं टूटा है. जिला उपायुक्त वीरेंद्र कुमार दहिया ने आम लोगों से पैनिक न लेने की अपील की है.
'किसी भी प्रकार के बाढ़ जैसे नहीं है हालात'
जिला उपायुक्त ने कहा कि फिलहाल पानीपत में यमुना डेंजर बिंदु से नीचे चल रही है. जिला उपायुक्त ने कहा कि आबादी क्षेत्र में कहीं पर भी पानी नहीं भरा हुआ है और बाढ़ के बाद कई बीमारियां फैलने का डर रहता है जिसके मद्देनजर मेडिकल की टीम में भेज दी गई है और संबंधित बीमारियों के इंजेक्शन भी भेजे गए हैं. उन्होंने कहा कि समालखा क्षेत्र में थोड़ा बाढ़ का खतरा था लेकिन पानीपत जिला प्रशासन पूरी तरीके से अलर्ट पर है और फिलहाल पानीपत में किसी भी प्रकार के बाढ़ जैसे हालात नहीं है.
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Source: IOCL




















