दिल्ली विधानसभा को डिजिटल बनाने की तैयारी, विजेंद्र गुप्ता ने लोकसभा स्पीकर से की मुलाकात
Delhi News: दिल्ली विधानसभा की शुरुआत से लेकर अब तक की पूरी कार्यवाही और दस्तावेज एमसीडी के टाउन हॉल में संभालकर रखे गए हैं. सरकार ने सभी रिकॉर्ड को भी डिजिटल में बदलने का फैसला किया है.

Vijender Gupta Meets Om Birla: दिल्ली विधानसभा को डिजिटल और ऐतिहासिक विरासत बनाने की मुहिम के तहत बुधवार (23 अप्रैल) को दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने संसद भवन में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की. दोनों के बीच करीब 40 मिनट की बैठक में विधानसभा की पुरानी इमारत को राष्ट्रीय विरासत घोषित करने और उसे डिजिटल रूप देने पर बातचीत हुई.
बैठक में विधानसभा स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने लोकसभा स्पीकर को जानकारी दी कि दिल्ली विधानसभा को ऐतिहासिक धरोहर बनाने के लिए दिल्ली सरकार काम कर रही है. साथ ही दिल्ली विधानसभा की लाइब्रेरी को पूरी तरह डिजिटल बनाने का भी सरकार का लक्ष्य है, जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने तुरंत अधिकारियों को इस योजना में दिल्ली विधानसभा की मदद करने के आदेश दिए.
सभी रिकॉर्ड को भी डिजिटल में बदलने का फैसला
बता दें कि दिल्ली विधानसभा की शुरुआत से लेकर अब तक की पूरी कार्यवाही और दस्तावेजों को एमसीडी के टाउन हॉल में संभालकर रखे गए. ऐसे में दिल्ली सरकार ने इन सभी रिकॉर्ड को भी डिजिटल में बदलने का फैसला किया है. बैठक में यह भी तय हुआ कि लोकसभा सचिवालय, दिल्ली विधानसभा को हर संभव मदद देगा और यह केंद्र और राज्य की विधायिका के बीच मिलकर काम करने का एक नया उदाहरण बनेगी.
हाई पावर्ड कमेटी का गठन
गौरतलब है कि मंगलवार (22 अप्रैल) को ही दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा में IGNCA, एमसीडी और अन्य सरकारी संस्थाओं के अधिकारियों के साथ बैठक करके दिल्ली विधानसभा को राष्ट्रीय विरासत बनाने के लिए एक हाई पावर्ड कमेटी का गठन किया था. साथ ही बैठक में यह भी तय हुआ था कि IGNCA 3 हफ्ते में अध्ययन करके प्रस्ताव तैयार करेगी. असल में दिल्ली विधानसभा आजाद भारत की पहली संसद थी. ऐसे में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही इसे राष्ट्रीय विरासत बनाने की कोशिश चल रही है.
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