हत्या के मामले में 13 साल से फरार अपराधी राजीव को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार, जमानत के बाद हुआ था फरार
27 दिसंबर 2009 को दिल्ली के संत नगर बुराड़ी के रहने वाले कुमार कांत चौधरी ने अपने बेटे सुनील कुमार के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी. बाद में सुनील का शव मिला. इस मामले में राजीव फरार था.

Delhi Murder Case: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 13 साल से फरार चल रहे एक कुख्यात और घोषित अपराधी को गिरफ्तार कर एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. गिरफ्तार आरोपी राजीव उर्फ कल्लू उर्फ इतवारी निवासी प्रेम नगर, दिल्ली, थाना बुराड़ी में दर्ज मर्डर के एक सनसनीखेज मामले में वांटेड था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक 27 दिसंबर 2009 को संत नगर बुराड़ी के रहने वाले कुमार कांत चौधरी ने अपने बेटे सुनील कुमार के लापता होने की शिकायत बुराड़ी थाने में दर्ज कराई थी.
पुलिस की शुरुआती जांच में किडनैपिंग की एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन बाद में सुनील का शव मिलने पर हत्या, आपराधिक साजिश और साक्ष्य मिटाने की धाराएं भी जोड़ दी गईं. जब पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई, तो सामने आया कि सुनील का मर्डर उसकी ही चचेरी बहन से प्रेम संबंधों के चलते किया गया था. मर्डर में शामिल राजीव और उसके दो साथी लखन और रामेश्वर दयाल तीनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. लेकिन 5 फरवरी 2013 को राजीव ने अपनी मां के निधन के बहाने 15 दिन की अंतरिम जमानत ली और फिर कभी वापस नहीं लौटा. अदालत ने 5 सितंबर 2013 को उसे वांछित अपराधी घोषित कर दिया.
आरोपी ने पुलिस से छिपने के लिए बदली अपनी पहचान
दिल्ली पुलिस से छिपने के लिए आरोपी राजीव पिछले 13 सालों से अपनी पहचान बदल-बदल कर रह रहा था. कोर्ट से जमानत पर बाहर आने के बाद आरोपी राजीव नेपाल भाग गया और फिर बेंगलुरु जाकर वह "पुत्र श्रीराम" के नाम से ड्राइवर की नौकरी करने लगा. उसने कई बार पता और नौकरी बदले ताकि पुलिस की पकड़ से दूर रहे.
दिल्ली पुलिस को मिली खुफिया जानकारी
दिल्ली पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही थी. खुफिया जानकारी और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर दिल्ली पुलिस को पता चला कि आरोपी 18 जून 2025 को दिल्ली में अपने पुराने प्रेम नगर निवास पर आने वाला है. यह जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस ने प्रेम नगर के आसपास अपना जाल बिछाया और जैसे ही आरोपी प्रेम नगर पहुंचा, दिल्ली पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस की पूछताछ में किया सनसनीखेज खुलासा
दिल्ली पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपी राजीव ने यह स्वीकार किया कि उसने अपने साथी लखन और पिता रामेश्वर दयाल के साथ मिलकर सुनील का मर्डर किया था. तीनों ने सुनील को किडनैप कर बेरहमी से उसकी जान ली और उसके बाद उसकी बॉडी गाजियाबाद के गांव में फेंक दिया. दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपी के खिलाफ कई गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज है.
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