दिल्ली: सौरभ भारद्वाज का BJP पर बड़ा आरोप, 'डी-सिल्टिंग के नाम पर भ्रष्टाचार' - क्या होगी जांच?
Delhi News: दिल्ली में बारिश के बाद जलभराव की स्थिति पर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि डि-सिल्टिंग के नाम पर सिर्फ फोटो सेशन हुए. उन्होंने BJP सरकार से पूछा कि क्या अब अफसरों को सस्पेंड किया जाएगा?

दिल्ली में मानसून की बारिश ने दिल्ली का मौसम तो सुहावना कर दिया, लेकिन बुधवार को भी तेज बारिश से हाल बेहाल हो गया. दिल्ली के कई इलाकों से जलभराव की तस्वीर सामने आई, जिसके बाद विपक्ष में AAP ने सत्ता में बीजेपी की दिल्ली सरकार पर सवाल खड़े किए.
AAP के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में मानसून की बारिश बीजेपी के चारों इंजन को अपने साथ बहा ले गई. मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक के जलभराव नहीं होने के दावे ध्वस्त हो गए. पूरी दिल्ली में लोग जलभराव और जाम से घंटों जूझते रहे.
सड़कों पर भरे पानी में बच्चों ने नाव चलाई
सौरभ भारद्वाज ने कहा, कहीं एंबुलेंस फंसी, तो कहीं सड़कों पर भरे पानी में बच्चों ने नाव चलाई. उन्होंने कहा कि नालों की डि-सिल्टिंग के नाम पर एलजी, सीएम, मंत्री सिर्फ फोटो सेशन करा रहे थे.
जलभराव नहीं होने देने का उनका दावा सिर्फ जुमला था. प्रवेश वर्मा तो कह रहे थे कि उन्होंने 400 सस्पेंशन लेटर तैयार कर रखे थे. अब जब दिल्ली पानी-पानी हो गई है, तो उन्होंने कितने अफसरों को सस्पेंड किया है?
डी-सिल्टिंग के नाम पर फोटो सेशन
सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली में मानसून की तैयारी को लेकर दिल्ली की बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि, पिछले कुछ महीनों से हम देख रहे थे कि डिसिल्टिंग के नाम पर फोटो सेशन हो रहे थे. एलजी गए, मुख्यमंत्री गईं, मंत्री गए, अफसरों का पूरा जत्था जाता था.
फोटो सेशन करके कहा जाता था कि अब दिल्ली में पानी नहीं भरेगा. मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि मैंने करीब 400 सस्पेंशन लेटर तैयार कर रखे हैं. जहां वाटर लॉगिंग होगी, वहां के जिम्मेदार सीनियर PWD अधिकारी या अन्य अफसर को तुरंत सस्पेंड किया जाएगा.
डी-सिल्टिंग के नाम पर करोड़ों रुपए के ठेके
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सवाल यह है कि दिल्ली में हर जगह वाटर लॉगिंग हुई, कितने अफसरों को सस्पेंड किया गया? क्योंकि इनके सस्पेंशन लेटर तो तैयार थे? प्रवेश वर्मा और उनकी सरकार कह रही थी कि हर जगह के लिए एक अफसर की जिम्मेदारी तय कर दी गई है.
यहां पानी भरा, तो यह जिम्मेदार होगा. ऐसे में क्या जिम्मेदार अफसरों को रातों-रात सस्पेंड किया गया? उन्होंने कहा कि डिसिल्टिंग के नाम पर करोड़ों रुपए के ठेके दिए जाते थे. मैंने तब, बतौर मंत्री, शिकायत की थी कि यह डिसिल्टिंग कागजों पर हुई है.
बीजेपी सरकार और अफसरों की मिलीभगत है- सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज डिसिल्टिंग के नाम पर जो करोड़ों रुपए बर्बाद किए गए, क्या सरकार इसकी जांच कराएगी? क्या इसके लिए जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड किया जाएगा? उन्होंने कहा कि तत्कालीन AAP की सरकार के पास तो सस्पेंड करने की शक्ति नहीं थी.
एलजी बीजेपी के ही हैं. इसके बावजूद, अगर बीजेपी सरकार बड़े पैमाने पर अफसरों को सस्पेंड नहीं कर रही है, तो इसका मतलब बीजेपी सरकार और अफसरों की मिलीभगत है. इस भ्रष्टाचार में बहुत सारे लोग शामिल हैं. इसीलिए, सामने दिखते हुए भी, सरकार भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के लिए तैयार नहीं है.
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