दिल्ली नगर निगम में BJP की पकड़ मजबूत! आंतरिक चुनाव में 12 में से 8 जोन पर कब्जा, कहां से कौन जीता?
MCD Zonal Election: एमसीडी चुनाव में बीजेपी ने 12 में से 8 जोन जीतकर अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है. स्थायी समिति में भी बहुमत हासिल कर पार्टी ने निगम में निर्णायक बढ़त बनाई है.

MCD Zonal Election 2025: दिल्ली नगर निगम (MCD) के आंतरिक चुनावों में बीजेपी ने एक बार फिर अपनी मजबूत पकड़ साबित की है. सोमवार (2 जून) को हुए जोनल कमेटियों के चुनाव में बीजेपी ने 12 में से 8 जोन में जीत दर्ज की, वहीं स्थायी समिति (स्टैंडिंग कमेटी) में भी बीजेपी ने बहुमत हासिल कर लिया है.
एमसीडी की सबसे अहम निर्णय लेने वाली 18 सदस्यीय स्थायी समिति में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के एक-एक सदस्य चुने गए. इसके बाद समिति में बीजेपी सदस्यों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है. इससे साफ है कि निगम में अब BJP का नियंत्रण और सशक्त हो गया है.
कौन कहां से हुआ निर्वाचित?
BJP के लिए दक्षिणी जोन से जगमोहन मेहलावत ने जीत दर्ज की, वहीं AAP की तरफ से सिटी सदर-पहाड़गंज जोन से राफिया महिर निर्वाचित हुईं. कुल 12 वार्ड कमेटियों में से BJP ने नजफगढ़, शाहदरा साउथ, शाहदरा नॉर्थ, साउथ जोन, केशवपुरम, सिविल लाइन, नरेला और सेंट्रल जोन में जीत हासिल की, जबकि AAP ने रोहिणी, करोल बाग, वेस्ट जोन और सिटी एसपी जोन में सफलता पाई. इस जीत के साथ ही BJP की मेयर के साथ निगम पर पकड़ और मजबूत हो गई है.
जीत को वीरेंद्र सचदेवा ने बताया ऐतिहासिक
दिल्ली BJP अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस जीत को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह नतीजे यह दर्शाते हैं कि AAP के पार्षदों में नेतृत्व को लेकर असंतोष बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि 8 जोन में अध्यक्ष पद पर जीत, स्थायी समिति में अतिरिक्त सदस्य की जीत और रोहिणी जोन में उपाध्यक्ष पद पर कब्जा यह साबित करता है कि BJP के प्रति जनसमर्थन और पार्षदों की निष्ठा बढ़ रही है. सचदेवा ने यह भी घोषणा की कि जल्द ही स्थायी समिति के अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा और निगम के रुके हुए विकास कार्यों को फिर से गति दी जाएगी.
15 पार्षद टूटने के बावजूद 4 जोन में जीते- सौरभ भारद्वाज
दूसरी ओर, AAP ने कहा कि पार्टी में दरार के बावजूद उन्होंने 4 जोन में जीत हासिल की है. AAP की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पार्टी से 15 पार्षद अलग होकर नए गुट में चले गए, इसके बावजूद हम 5 में से 4 जोन पर नियंत्रण बनाए रखने में सफल रहे. उन्होंने कहा, "जो पार्षद BJP के समर्थन से अलग हुए थे, वे किसी भी जोन में जीत नहीं सके. यह हम सभी के लिए गर्व की बात है."
बता दें कि AAP से टूटकर 16 पार्षदों ने इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (आईवीपी) बनाई थी और जोनल कमेटी के चुनावों में अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उन्हें किसी भी जोन में जीत नहीं मिल पाई.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























