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Delhi: बारिश के बाद JNU के पेरियार हॉस्टल में गिरा छत्त का हिस्सा, कई इमारतों की हालत हो चुकी हैं जर्जर
Delhi JNU: जेएनयू में एबीवीपी के अध्यक्ष ने नर्मदा छात्रावास की मेस का हाल दिखाते हुए एक वीडियो जारी किया है. जिसमें बताया है कि अलग-अलग छात्रावास और कई इमारतों की हालत काफी जर्जर बनी हुई है.

(पेरियार हॉस्टल में जर्जर हो चुकी है छत)
Delhi JNU: लगातार हो रही बारिश के बाद दिल्ली (Delhi) के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) के अलग-अलग हॉस्टल से नुकसान की तस्वीरें सामने आ रही हैं. बीती रात जेएनयू में पेरियार हॉस्टल (Periyar Hostel) की छत गिर गई. हालांकि, गनीमत यह रही कि इसमें किसी छात्र या कर्मचारी को चोट नहीं लगी. जेएनयू के छात्रों द्वारा एबीपी न्यूज़ को भेजी गई वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि हॉस्टल के एक तरफ का छज्जा जहां से कुछ मलवा नीचे गिरा पड़ा है और वहां रखे सामान को नुकसान हुआ है. राहत की बात यह है कि उस समय कोई भी छात्र या हॉस्टल का कर्मचारी वहां मौजूद नहीं था, जिससे कि किसी को चोट नहीं लगी है.
इसके साथ ही एक तस्वीर जेएनयू के गंगा हॉस्टल की भी सामने आई है, जहां पर हॉस्टल के कमरे की सीलिंग पर बारिश का पानी आते हुए दिख रहा है. पंखे पर काफी सीलन नजर आ रही है, जो कि किसी भी हादसे को दावत दे सकता है. हॉस्टल में रह रहे छात्रों को डर बना हुआ है कि कहीं सीलन और कमरों में आ रहे पानी की वजह से करंट न लग जाए. इसके कारण छात्र डर के साए में रहने को मजबूर हैं. कमरों में आ रहे पानी के चलते छात्र लाइट और पंखे का भी इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.
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एबीवीपी ने लिखा जेएनयू प्रशासन लेटर
वहीं जेएनयू में एबीवीपी के अध्यक्ष रोहित कुमार ने नर्मदा छात्रावास की मेस का हाल दिखाते हुए एक वीडियो जारी किया है. रोहित कुमार ने वीडियो में बताया है कि जेएनयू के अलग-अलग छात्रावास और कई इमारतों की हालत काफी जर्जर बनी हुई है. साफ-सफाई को लेकर भी कुछ खास इंतजाम नहीं हैं. इसको लेकर जेएनयू प्रशासन को एक पत्र एबीवीपी द्वारा लिखा गया है, जिसमें यह सभी समस्या बताई गई है. उनका कहना है कि हमें उम्मीद है कि जल्द से जल्द प्रशासन किसी भी बड़ी आपदा होने से पहले इन समस्याओं का हल करेगा.
'एक हॉस्टल में रहते हैं 300 से 400 छात्र'
रोहित कुमार ने बताया है कि एक हॉस्टल में 300 से 400 छात्र रहते हैं. ऐसे में यदि कोई भी हादसा होता है, तो छात्रों की जान पर आ सकती है. वहीं मेस में भी एक साथ कई छात्र खाना खाते हैं और उस दौरान भी मेस पानी टपकता रहता है. दीवारों और छत से पानी आता रहता है. इसके कारण छात्रों को काफी डर बना हुआ है. जेएनयू प्रशासन इस को लेकर जल्द से जल्द कार्रवाई करें.
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Last Updated: Sat 19 July, 2025 at 10:52 am | Data Source: MoHFW/ABP Live Desk