दिल्ली की बेटियों के लिए खुशखबरी, 1 अक्टूबर से शुरू होगा 'लाडली योजना' का भुगतान! किसे मिलेगा पैसा?
Delhi Ladli Yojana: दिल्ली की बेटियों के लिए बड़ी राहत है. 1 अक्टूबर से लाडली योजना के लगभग 40 हजार लाभार्थियों को भुगतान मिलेगा, जिससे शिक्षा और आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी.

राजधानी दिल्ली की बेटियों के लिए एक खुशखबरी है. दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि लाडली योजना के लगभग 40 हजार लाभार्थियों को 1 अक्टूबर को भुगतान किया जाएगा. यह राशि सेवा पखवाड़ा के दौरान तालकटोरा स्टेडियम में होने वाले एक खास कार्यक्रम में वितरित की जाएगी.
पिछले कुछ महीनों से कई परिवार भुगतान का इंतजार कर रहे थे. सरकार ने इस देरी को दूर करने के लिए सभी जिलों में एक विशेष जांच अभियान चलाया. अधिकारियों ने उन बालिकाओं की लिस्ट बनाई जिनकी आवेदन प्रक्रिया अधूरी थी, जिन्होंने स्कूल बदल लिया था या पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी. अब तमाम अटके मामलों को निपटा कर भुगतान की तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं.
योजना की शुरुआत और लाभ
लाडली योजना की शुरुआत दिल्ली में जनवरी 2008 में की गई थी. इसका मकसद बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देना और उन्हें पढ़ाई के हर पड़ाव पर आर्थिक सहारा देना है. योजना के तहत संस्थान में जन्म होने पर 11,000 रुपये, और घर पर जन्म होने पर 10,000 रुपये की राशि दी जाती है. इसके बाद कक्षा 1, 6, 9 और 10 में दाखिला लेने पर 5,000 रुपये का भुगतान किया जाता है.
कब मिलेगा पैसा?
यह राशि सीधे हाथ में नहीं मिलती. इसे SBI (State Bank of India) लाइफ इंश्योरेंस में टर्म डिपॉजिट के रूप में जमा किया जाता है. बालिका के 18 साल पूरे करने या 10वीं की पढ़ाई पूरी करने पर परिवार यह रकम ब्याज सहित निकाल सकता है. इसका उपयोग बच्ची की उच्च शिक्षा, स्किल ट्रेनिंग या छोटे उद्यम शुरू करने में किया जा सकता है.
कौन हैं पात्र?
लाडली योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं लड़कियों को मिलेगा जिनका जन्म दिल्ली में हुआ हो और जिनके परिवार पिछले कम से कम तीन साल से दिल्ली में रह रहे हों. परिवार की वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम होनी चाहिए और अधिकतम दो बेटियाँ ही इस योजना के दायरे में आ सकती हैं. साथ ही बच्ची का नाम दिल्ली सरकार, एमसीडी या एनडीएमसी से मान्यता प्राप्त स्कूल में होना जरूरी है.
क्यों है योजना खास?
दिल्ली सरकार का मानना है कि इस योजना से न केवल बच्चियों की शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा बल्कि परिवारों में बेटियों के जन्म को लेकर सकारात्मक माहौल भी बनेगा. साथ ही यह प्रयास स्कूल छोड़ने वाली छात्राओं की संख्या घटाने और उन्हें भविष्य के लिए आर्थिक सुरक्षा देने में मदद करेगा.
देश में और कहां चल रही है लाडली बहन योजना?
भारत के अलग-अलग राज्यों में लाडली योजनाएं बेटियों के जन्म और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई हैं. हर राज्य ने इसे अपनी जरूरत और नीति के अनुसार अलग समय पर लागू किया. जैसे -
दिल्ली लाडली योजना – दिल्ली सरकार ने यह योजना 1 जनवरी 2008 से शुरू की. इसका मकसद जन्म से लेकर पढ़ाई तक बेटियों को आर्थिक सहयोग देना है.
लाडली लक्ष्मी योजना (मध्य प्रदेश) – मध्य प्रदेश में यह योजना 2007 में लागू हुई. यहां बच्चियों की शिक्षा और भविष्य की सुरक्षा पर ज़ोर दिया गया है.
लाडली लक्ष्मी योजना (गोवा) – गोवा सरकार ने 6 जुलाई 2012 को यह योजना शुरू की. इसके तहत बेटियों को शादी और शिक्षा के लिए आर्थिक मदद दी जाती है.
मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना (मध्य प्रदेश) – यह योजना 28 जनवरी 2023 को लागू करने की घोषणा की गई. इसके जरिये महिलाओं और बेटियों को सीधे वित्तीय सहायता दी जाती है.
साफ है कि अलग-अलग राज्यों में अलग समय पर शुरू हुई ये योजनाएं एक ही संदेश देती हैं- बेटियां बोझ नहीं, समाज की ताकत हैं.
Source: IOCL























