Poster War: 'पीएम मोदी के खिलाफ करोगे दुष्प्रचार तो बढ़ेगी लोकप्रियता', AAP के पोस्टर पर BJP नेता का पलटवार
Delhi Poster War: हाल ही में बीजेपी विधायक मनजिंदर सिरसा ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) हटाओ दिल्ली बचाओ के पोस्टर लगवाए थे.

Poster War between Delhi AAP and BJP: दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सियासी लुकाछिपी का खेल लंबे अरसे से जारी है, लेकिन अब यह खेल पोस्टर वार के रूप में खुलकर सामने आ गया है. इस बीच दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुरान ने आप की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ 11 भाषा में देशभर में पोस्टर 30 मार्च यानी आज से जारी करने पर पलटवार किया है.
बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार करते हुए पोस्टर जारी किया है. मैं आम आदमी पार्टी को सलाह देना चाहता हूं कि आप जितना ज्यादा प्रधानमंत्री के खिलाफ दुष्प्रचार करेंगे उनकी लोकप्रियता उतना ज्यादा बढ़ेगी. पीएम मोदी की छवि को आप पोस्टर लगाकर खराब नहीं कर सकते. हाल ही में बीजेपी विधायक मनजिंदर सिरसा ने भी राष्ट्रीय राजधानी में केजरीवाल हटाओ दिल्ली बचाओ के पोस्टर लगवाए थे. साथ ही मनजिंदर सिंह सिरसा ने ये भी कहा था कि आप ने बेनामी पोस्टर लगाए थे, मैंने, खुले तौर पर सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पोस्टर लगवाए हैं. हिम्मत है तो वो जो भी करना चाहते हैं वो सामने आकर करें.

बता दें कि आम आदमी पार्टी ने गुरुवार से देशभर में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ पोस्टर जारी करने का फैसला लिया है. आप की सभी राज्य इकाइयों को अपने-अपने राज्यों में पोस्टर चिपकाने के लिए कहा गया है. पार्टी की ओर से पीएम मे खिलाफ पोस्टर 11 भाषाओं में छपवाए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने यह बात कही है.
पोस्टर लगाने पर पुलिस ने 6 को किया था गिरफ्तार
आप का ये लैटेस्ट पोस्टर वार मोदी हटाओ देश बचाओ, मोदी हटाओ भारत बचाओ, के कुछ ही दिनों बाद आया है. दिल्ली में दीवारों और बिजली के खंभों पर ये पोस्टर दिखाई भी देने लगे हैं. इससे पहले आप की ओर से पीएम मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाने पर दिल्ली पुलिस ने 100 एफआईआर दर्ज की थी. साथ ही छह लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर कहा था कि अंग्रेजों ने भी उन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उनके खिलाफ पोस्टर लगाए थे. आजादी से पहले भी जब स्वतंत्रता सेनानी पोस्टर लगाते थे, तो अंग्रेजों द्वारा उनके खिलाफ कोई प्राथमिकी या कार्रवाई नहीं की जाती थी. ब्रिटिश शासन के दौरान भगत सिंह ने बहुत सारे पोस्टर चिपकाए थे, उनके खिलाफ एक भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई.
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Source: IOCL





















